हादसे में घायल बस ड्राइवर ने भी तोड़ा दम:रॉन्ग साइड से आकर ट्रेलर ने स्कूल बस को मारी थी टक्कर;30 बच्चे हुए थे घायल

Acn18.com/रायगढ़ जिले में 19 जुलाई को बस और ट्रेलर की भिड़ंत में घायल बस ड्राइवर की इलाज के दौरान मौत हो गई है। इस हादसे में 30 बच्चे भी घायल हुए थे। बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में बस चालक राम बेहरा ने कल दम तोड़ दिया। हादसा घरघोड़ा थाना क्षेत्र में हुआ था।

जानकारी के मुताबिक, रायगढ़-जशपुर मार्ग पर बुधवार को स्कूल बस और ट्रेलर के बीच जोरदार टक्कर हो गई थी, जिसकी CCTV फुटेज भी सामने आई थी। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा था कि किस तरह से ट्रेलर ने रॉन्ग साइड से जाकर स्कूल बस को सामने से जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में 30 बच्चे और बस ड्राइवर घायल हुए थे, इनमें से बस ड्राइवर की मौत इलाज के दौरान हो गई।

पुलिस ने हादसे के बाद आरोपी ट्रेलर ड्राइवर को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया था। हादसे में 30 बच्चे घायल हो गए थे। ड्राइवर राम बेहरा (22 वर्ष) कई घंटों तक स्टीयरिंग में ही फंसा रहा था, जिसे मौके पर पहुंची पुलिस ने बहुत मुश्किल से बाहर निकाला था। हादसा कंचनपुर बरघाट के पास हुआ था। मृत बस चालक ग्राम बरघाट का रहने वाला था। मौत के बाद उसके शव का पोस्टमॉर्टम कराकर उसे परिजनों को सौंप दिया गया।

ये है पूरी घटना

बुधवार दोपहर 2 बजे बच्चों को सेंटान्स इंग्लिश मीडियम स्कूल की बस (क्रमांक CG 13 AS 7277) लेकर जा रही थी, तभी एक ट्रेलर (क्रमांक CG 11 BF 9910) ने सामने से आकर उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों ही वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए। घटना का जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह ट्रेलर चालक ने लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए टक्कर मारी है।

खलासी चला रहा था वाहन

हादसे के बाद ट्रेलर चालक फरार हो गया था, जिसका पीछा करते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि ट्रेलर को खलासी चला रहा था। वहीं धरमजयगढ़ एसडीओपी दीपक मिश्रा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घायल बच्चों और बस चालक को रायगढ़ अस्पताल भेजा था। इनमें से 5 बच्चों और ट्रेलर चला रहे खलासी अनुज पांडेय (25 वर्ष) का इलाज रायगढ़ जिला अस्पताल में चल रहा था। वहीं गंभीर रूप से घायल बस चालक राम बेहरा को अपोलो अस्पताल बिलासपुर रेफर किया गया था।

भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है

स्थानीय लोगों के मुताबिक, बरघाट में जहां यह हादसा हुआ है, वहां से कुछ दूरी पर कोयला खदान भी है। जिसके चलते 24 घंटे यहां भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। लोगों का कहना है कि रोड की हालत भी बेहतर नहीं है, जिसके कारण हादसे का डर बना रहता है।