कोरबा।मोगरा चौकी अंतर्गत चोरनई नदी के तट पर झोपड़ी में पत्नी को अकेली छोड़ पति चांवल लेने चला गया, जब वह लौटा तो पत्नी की लाश नदी में तैरते मिली। पुलिस और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम पांच किलोमीटर का सफर पैदल तय करने के बाद नाव की मदद से नदी के दूसरे छोर में स्थित घटनास्थल पहुंची। टीम ने शव को नदी से बाहर निकालने के बाद शव का बारिकी से निरीक्षण किया। मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
दरअसल लेमरू थाना के ग्राम कांटा में सुमार सिंह मंझवार निवास करता है। वह करीब दो माह से अपनी पत्नी ब्रीजो बाई 40 वर्ष के साथ चोरनई नदी के डूबान क्षेत्र में झोपड़ी बनाकर रह रहा था। रविवार की सुबह सुमार सिंह चांवल लेने लेमरू चला गया, जहां से शाम हो जाने के कारण नही लौटा। वह सोमवार की दोपहर चोरनई नदी के समीप बने झोपड़ी में पहुंचा तो उसकी पत्नी गायब मिली। वह खोजबीन में लगा था। इसी दौरान उसकी नजर नदी के पानी में तैर रही पत्नी की लाश पर पड़ी। उसने घटना की जानकारी मोरगा पुलिस चौकी पहुंचकर दी।
पुलिस चौकी प्रभारी मंगतु राम मरकाम ने आला अफसरों को मामले से अवगत कराया। इसके अलावा फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम को जानकारी दी। चौकी प्रभारी श्री मरकाम चौकी में तैनात प्रधान आरक्षक बल्देव सिंह व आरक्षकों के अलावा सीन ऑफ क्राइम मोबाइल यूनिट के वैज्ञानिक अधिकारी राजश्री सिंह व आरक्षक राजेश कुमार चंद्रा के साथ नवापारा पहुंचे। यहां से घटनास्थल का वाहन में पहुंचना संभव नही था। ऐसे में पुलिस व फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम करीब पांच किलोमीटर का सफर पैदल तय कर चोरनई नदी के तट पर पहुंची। टीम के लिए गहरे पानी को पार करना किसी चुनौती से कम नही था। ऐसे में डोंगी (छोटी नाव) ही मौके तक पहुंचने का एकमात्र साधन था। टीम डोंगी की मदद से नदी को पार कर दूसरे छोर पर पहुंची। टीम ने ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला। निरीक्षण के दौरान मृतिका के शरीर पर चोंट के निशान तो नही मिले। बताया जा रहा है कि महिला कभी कभार शराब का सेवन करती थी।
बहरहाल फॉरेंसिक एक्सपर्ट से सलाह मशविरा के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मामले में पीएम रिपोर्ट व जांच के बाद ही मौत की वजह स्पष्ट होगी