Acn18.com/राजस्थान में चुनाव नजदीक हैं। इसके ठीक पहले सत्ताधारी कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ आरपार की लड़ाई का एलान कर दिया है। सचिन पायलट ने 11 मई से अजमेर से जयपुर तक पदयात्रा निकालने का आह्वान किया है। इसके पहले सचिन कई मांगों को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी कर चुके हैं। तब उनके इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में भीड़ जुटी थी।
ऐसा नहीं है कि पायलट ने अचानक बागी तेवर दिखाने शुरू किए हैं। पिछले पांच साल के अंदर कई बार वह बागी रुख अख्तियार कर चुके हैं। एक बार तो डिप्टी सीएम रहते हुए कई विधायकों को लेकर दिल्ली पहुंच गए थे। तब कयास लगाए जा रहे थे कि पायलट अपनी सरकार गिरा देंगे।
उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी लगातार सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों पर हमलावर रहे हैं। एक दिन पहले ही बिना पायलट का नाम लिए गहलोत ने कहा था कि जिन विधायकों ने भाजपा से पैसे लिए थे, वो वापस कर दें। इसके साथ ही गहलोत ने भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की तारीफ भी की थी।
ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर ये किस तरह की सियासत राजस्थान में चल रही है? पायलट क्यों बार-बार बागी रुख अख्तियार कर रहे हैं? सचिन पायलट का अगला कदम क्या होगा? पायलट करना क्या चाहते हैं? क्या वाकई में चुनाव से ठीक पहले राजस्थान की सियासत में कोई बड़ा उलटफेर होने वाला है? आइए समझते हैं…