acn18.com/ संभल जामा मस्जिद में रविवार सुबह सर्वे के दौरान पथराव हो गया। इतना बवाल हुआ कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। हालात अभी बेकाबू है। आसपास के थानों से फोर्स को बुलाया गया है। डीएम और एसपी मौके पर हैं।
दरअसल, सुबह 6 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। सुबह-सुबह टीम को देखकर आसपास के मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। उन्होंने कहा कि छुट्टी के दिन इतनी-इतनी सुबह-सुबह सर्वे क्यों किया जा रहा है।
कुछ ही देर में करीब एक हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। भीड़ मस्जिद के अंदर जाने पर अड़ गई। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए।
अचानक पथराव के बाद पुलिस को भागना पड़ा। फिर और फोर्स बुलाई गई और पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। इस बीच कुछ लोगों ने भीड़ के बीच से पथराव कर दिया। लोगों को हटाने के लिए आखिरकार पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
कोर्ट ने सर्वे कराकर एक हफ्ते में रिपोर्ट देने को कहा था
जामा मस्जिद का 5 दिन में दूसरी बार सर्वे करने के लिए प्रशासन की टीम रविवार को पहुंची थी। टीम में हिंदू पक्ष के वकील, सरकारी वकील के साथ डीएम-एसपी, एसडीएम मस्जिद के अंदर गए। सुरक्षा को देखते हुए पहले से ही पीएसी-आरआरएफ की टीम को तैनात किया गया था।
टीम के साथ हिंदू पक्ष के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, सरकारी वकील प्रिंस शर्मा, डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया, एसपी कृष्ण बिश्नोई भी अंदर गए थे। दरअसल, 19 नवंबर को हिंदू पक्ष ने संभल की शाही जामा मस्जिद के श्री हरिहर मंदिर होने की याचिका पर कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने मस्जिद का सर्वे करवाकर एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए। प्रशासन को 26 नवंबर को रिपोर्ट पेश करनी है। 29 नवंबर को इस पर सुनवाई होगी।
19 तारीख को कोर्ट के आदेश के चार घंटे में बाद प्रशासन ने सर्वे किया था। इसके बाद रविवार को फिर टीम पहुंची थी। हिंदू पक्ष का कहना था कि बाबर के शासनकाल में 1529 में इसे मस्जिद का रूप दिया गया।