Acn18.com दिल्ली के प्रगति मैदान में चल अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में 21 नवम्बर को छत्तीसगढ़ का राज्य दिवस मनाया जाएगा। सरकार ने इस आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली हैं। बताया जा रहा है, इस आयोजन के दौरान दिल्ली वासियों को छत्तीसगए़ समृद्ध लोक कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में एम्फीथिएटर में छत्तीसगढ़ राज्य दिवस का का उद्घाटन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करने वाले हैं। इस दौरान वे छत्तीसगढ़ पवेलियन का भ्रमण कर स्टालों का अवलोकन करेंगे। छत्तीसगढ़ के पवेलियन में ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ की झलक देखने को मिल रही है। पवेलियन में सशक्त ग्रामीण अर्थव्यवस्था व आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते छत्तीसगढ़ को दिखाने का प्रयास किया गया है। अधिकारियों ने बताया, सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक लोक नृत्य पेश किये जाएंगे। इसमें प्रमुख तौर पर गौर नृत्य, परब नृत्य, भोजली नृत्य, गेड़ी नृत्य, सुआ नृत्य, पंथी नृत्य और करमा नृत्य की प्रस्तुति होनी है। पिछले दिनों पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी व्यापार मेले में जाकर छत्तीसगढ़ पवेलियन को देखा था।
सी मार्ट- ग्रामीणों का अपना शॉपिंग मॉल
छत्तीसगढ़ पवेलियन में सी-मार्ट का स्टॉल लगा हुआ है। यहां महिला स्व सहायता समूहों, शिल्पियों, बुनकरों व अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों का विक्रय किया जाता है। पवेलियन में भी इस स्टाल पर विभिन्न उत्पादों की बिक्री हो रही है।
स्टाल पर कोसा की साड़ी, बेलमेटल और ढोकरा के शिल्प
पवेलियन में छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति से जुड़े हुए उत्पादों को बखूबी डिस्प्ले किया गया है। छत्तीसगढ़ की जनजातीय समुदाय द्वारा हाथ से बनाई गयी शिल्प वस्तु, कलाकृति, चित्रकारी, परिधानों की प्रदर्शनी लगाई गयी है। यहां बुनकर राज्य की खास पहचान कोसा सिल्क की साड़ियां लेकर पहुंचे हैं। इसके अलावा विश्व प्रसिद्ध शिल्पकारी बेलमेटल, ढोकरा और गोदना आर्ट को पेश किया गया है।