Acn18.com धमतरीl धर्म की नगरी धमतरी में 21 जनवरी 2024 को कोरबा जिले के वरिष्ठ शिक्षक, राज्य के वरिष्ठ नाटक निर्देशक, लोक गायक, नृत्य निर्देशक साहित्यकार, घनश्याम श्रीवास को उनके शैक्षणिक, साहित्यिक ,सांस्कृतिक तथा समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट एवं प्रभावो उत्पादक कार्य करने के लिए अकादमी की प्रांतीय पुरस्कार चयन समिति ने भारतीय दलित साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ का “संस्कृतिक दूत अवार्ड 2023” का सम्मान छत्तीसगढ़ के प्रथम अमर शहीद क्रांतिवीर गैंद सिंह नायक शहादत दिवस के अवसर पर दिनांक 21 जनवरी 2024 को गोंडवाना भवन बिलाई माता मंदिर के पास धमतरी छत्तीसगढ़ मे प्रदान किया गया। घनश्याम श्रीवास को यह अवार्ड कला के माध्यम से समाज में मानवता बंधुता समता, स्वतंत्रता तथा न्याय प्रिय दायित्वों के निर्वहन में महत्वपूर्ण योगदान के लिए, वही सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास जाति भेद नशा मुक्ति अभियान, असमानता, विषमता एवं शोषण के खिलाफ जन जागृति का उल्लेखनीय कार्य किया किया इन्हें कला, भाषा संस्कृति के संरक्षण संवर्धन तथा अभिव्यक्ति के इस समर्पण के प्रति कटिबद्धता के लिए यह अवार्ड “2023 की मानद उपाधि का सर्वोच्च अलंकरण” प्रदान किया गया है। यह सम्मान श्रीमती सुशीला देवी वाल्मीकि,( अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय टीकाराम सारथी( प्राचार्य डभरा), विशिष्ट अतिथि आदर्श शिक्षक बागेश्वर पात्र( नारायणपुर), श्री राधे श्याम कंवर( जांजगीर), अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सोहन पाल सुमनाअक्षर तथा प्रांत अध्यक्ष श्री जी.आर. बंजारे “ज्वाला” की उपस्थिति में प्रदान किया गया। इस सम्मान के पूर्व भी घनश्याम श्रीवास जी को अनेकों राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है। यह कोरबा जिले की सम्मान तथा राज्य का गौरव है की घनश्याम श्रीवास को मनाद उपाधि से सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ महतारी संस्कृति संवर्धन सेवा समिति छत्तीसगढ़, सर्व शिक्षक संघ छत्तीसगढ़, कोरबा जिले के साहित्यकार ,रंगकर्मी,ने बधाईयां दिया।