आज (7 मार्च) और कल (8 मार्च) को पंचांग भेद की वजह से दो दिन होली खेली जाएगी। इस दिन होली खेलने से पहले भगवान को गुलाल जरूर चढ़ाना की परंपरा पुराने समय से चली आ रही है। ये पर्व पूजा-पाठ और भक्ति के नजरिए से भी बहुत खास है। इस दिन राशि अनुसार की गई पूजा से कुंडली के दोष दूर हो सकते हैं।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, ज्योतिष में ग्रहों का रंगों से गहरा संबंध बताया गया है। होली खेलने से पहले राशि अनुसार अपनी राशि के ग्रह स्वामी को रंग चढ़ाना चाहिए। जानिए सभी 12 राशियों के लिए शुभ रंग, जो भगवान को चढ़ा सकते हैं…
मेष-वृश्चिक राशि
मंगल ग्रह इन दोनों राशियों का स्वामी है। मंगल ग्रह का रंग लाल है। इसलिए होली की सुबह मंगलदेव की प्रतिमा की पूजा करें और लाल गुलाल, लाल मसूर, लाल वस्त्र, लाल फूल चढ़ाएं। मंगलदेव की मूर्ति न हो तो शिवलिंग पर लाल गुलाल चढ़ाएं, क्योंकि इस ग्रह की पूजा शिवलिंग रूप में की जाती है।
वृषभ-तुला राशि
ये राशियां शुक्र ग्रह की हैं। शुक्र सबसे चमकीला ग्रह है। होली पर शुक्र ग्रह को पीला या सफेद गुलाल चढ़ाएं। शिवलिंग पर भी पीला-सफेद गुलाल चढ़ा सकते हैं।
मिथुन-कन्या राशि
इन राशियों का स्वामी बुध है। बुध का रंग हरा है। बुध की पूजा करें और हरा गुलाल चढ़ाएं। गणेश पूजा से भी बुध ग्रह के दोष दूर हो सकते हैं। भगवान गणेश की पूजा करें और दूर्वा चढ़ाएं।
कर्क राशि
चंद्र इस राशि का स्वामी है। चंद्र ग्रह का रंग सफेद है। इस ग्रह के दोष शिव पूजा से दूर होते हैं। शिवलिंग पर जल-दूध अर्पित करें और सफेद गुलाल और अबीर चढ़ाएं।
सिंह राशि
ये सूर्य ग्रह की राशि है। सूर्य देव को जल चढ़ाकर दिन की शुरुआत करें। सूर्यदेव को लाल, पीला और नारंगी गुलाल चढ़ाएं। पानी में इन रंगों के गुलाल डालकर सूर्य को अर्घ्य दे सकते हैं।
धनु-मीन राशि
इन राशियों के स्वामी देव गुरु बृहस्पति हैं। इन लोगों को पीला रंग शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए। इस ग्रह की पूजा भी शिवलिंग रूप में ही की जाती है।
मकर-कुंभ राशि
शनिदेव इन राशियों का स्वामी है। शनिदेव को नीला रंग विशेष प्रिय है, इन्हें नीलवर्ण कहा जाता है। इसलिए शनिदेव को नीला, गुलाल चढ़ाएं। तेल से अभिषेक करें।