ACN18.COM कोरबा/कोरबा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में गौ सेवकों की सक्रियता के नतीजन 9 गायों को सुरक्षित बचा लिया गया जबकि 2 की मौत हो गई। इन्हें पिकअप से बाहर ले जाया जा रहा था। पकड़े जाने और पिटाई के डर से वाहन और गायों को छोड़ तस्कर भाग निकले। इस मामले में बांगो पुलिस कार्यवाही कर रही है।
कोरबा जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर पाथा गाव में मध्य रात्रि को स्थानीय गौसेवकों ने गौतस्करी के मामले को पकड़ा। बांगो थाना क्षेत्र के अंतर्गत इस इलाके में मवेशियों को बाहर ले जाने की सूचनाएं काफी समय से मिल रही थी। ग्रामीण इस पर नजर रखे हुए थे। इस दौरान उन्हें कई जानकारी भी मिली जिसमे कहा गया था आसपास के कुछ लोग तस्करों से मिले हुए है। रात्रि को पाथा में 3 वाहनों में तस्करों के आने की खबर पर लोग सक्रिय हुए। इसकी भनक लगने पर 2 गाड़िया पार हो गई। जबकि 11 गाय सहित वाहन छोड़कर चालक चाबी लेकर भाग निकला। गौसेवक नानक सिंह, दीपक अग्रवाल और उनकी टीम ने यहां सक्रियता दिखाई।
मंतोष यादव ने बताया कि तस्करी के बारे में हमें लगातार सूचना मिल रही थी जिस पर संज्ञान लिया गया। मौके पर मिले वहां और मवेशियों को पुलिस के सुपुर्द किया गया है।इस घटनाक्रम को लेकर स्थानीय लोगों के द्वारा पुलिस को अपनी सूचना दी गई जिस पर डायल 112 की टीम मौके के लिए रवाना हुई। बांगो थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा ने बताया कि अन्य वाहन की मदद से पिकअप को बांगो पुलिस थाना लाया गया। इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
छत्तीसगढ़ में गोवंश के संरक्षण को लेकर पहले से ही कानून बना हुआ है और इस पर लगातार काम करने की बात की जा रही है। जरूर इस बात की है कि कोरबा सहित आसपास के जिन क्षेत्रों में इस तरह के मामले प्रकाश में आ रहे हैं उसे पर विशेष नजर रखी जाए और ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने वाले गौ सेवकों को प्रोत्साहित भी किया जाए
कोरोना के मरीज नहीं फिर भी पर्याप्त सतर्कता , मेडिकल कॉलेज से लेकर सीएचसी व पीएचसी में जांच