कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार सीएम बनने पर अड़ गए हैं। अब कुछ ही देर में सिद्धारमैया-डीके के साथ राहुल गांधी बैठक करने वाले हैं। सिद्धारमैया को सीएम बनाने का फैसला आलाकमान ले चुका है। इस मीटिंग में इस पर आखिरी मोहर लगेगी।
पहले इस तरह की खबरें आईं थी कि डीके डिप्टी सीएम, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और दो मिनिस्ट्री लेकर मान गए हैं। आलाकमान सिद्धारमैया को सीएम बनाना चाहता है और उन्होंने डीके के सामने तीन फॉर्मूले रखे थे। अब खबर आई है कि वो किसी पर भी सहमत नहीं हैं।
आज सुबह दिल्ली में लिखी जा रही कर्नाटक सरकार की स्क्रिप्ट घंटे दर घंटे बदल रही है। डीके ने हाईकमान से कहा है कि लोकसभा की 20 से 22 सीटें वे जितवा सकते हैं।
सुबह खड़गे और राहुल गांधी के साथ डीके-सिद्धा की मीटिंग हुई थी, लेकिन एकराय नहीं बन सकी थी। फिलहाल बेंगलुरु में चल रहीं शपथ ग्रहण की तैयारियां रोक दी गई हैं। इससे पहले डीके ने कहा था कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो उनकी लीडरशिप में काम करने को तैयार हैं।
देखिए सुबह से अभी तक कैसे हर घंटे बदल रही कहानी…
सीन: 6
दिल्ली में डीके शिवकुमार अपने समर्थकों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। समर्थकों से उनकी राय पूछी जा रही है, क्योंकि सरकार बनने के बाद उन्हें भी मंत्रालयों में एडजस्ट करना होगा। हालांकि, सोर्स ने ये कंफर्म किया है कि डीके किसी भी हाल में बगावत नहीं करेंगे। वे अपनी कुछ शर्तों के साथ अगले 2 से 3 घंटे में सिद्धारमैया के नाम पर सहमत हो सकते हैं।
सीन:5
कांग्रेस कर्नाटक के इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला मीडिया के सामने आए और बोले कि 48 से 72 घंटे में कैबिनेट का गठन हो जाएगा। अभी कोई आखिरी फैसला नहीं लिया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बातचीत कर रहे हैं। इसी बीच यह बात सामने आई कि अब डीके शिवकुमार को मनाने की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को सौंप दी गई है। वे शाम को डीके से बात करेंगी।
सीन : 4
डीके शिवकुमार की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बात हुई। उनके सामने यह प्रपोजल भी रखा गया कि दो साल सिद्धारमैया को सीएम बना देते हैं इसके बाद उन्हें सीएम बना दिया जाएगा। लेकिन इस शर्त पर भी डीके राजी नहीं हुए।
डीके यह भी नहीं चाहते कि कर्नाटक में तीन डिप्टी सीएम बनाए जाएं। उनका मानना है कि इससे डिसीजन नहीं लिए जा सकेंगे और गुटबाजी बढ़ जाएगी। 50:50 के फॉर्मूले पर उनका मानना है कि इससे कर्नाटक में राजस्थान जैसे हालात बन सकते हैं।
सीन : 3
शिवकुमार के समर्थक राहुल गांधी के रेजिडेंस के सामने जुट गए और उन्हें सीएम बनाए जाने के लिए नारे लगने लगे। इधर सिद्धारमैया समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। उनके पोस्टरों पर दूध चढ़ाया जाने लगा।
कुरुबा कम्युनिटी के लोगों ने भी बधाई देना शुरू कर दी। इधर वोक्कालिग्गा कम्युनिटी के लोग बेंगलुरू में ही सिद्धारमैया को सीएम बनाए जाने का विरोध करते नजर आए।
सीन : 2
सिद्धारमैया के बाद डीके शिवकुमार राहुल गांधी से मिलने पहुंचे। आधे घंटे बाचतीत हुई। सोर्सेज के मुताबिक, राहुल ने डीके के सामने तीन फॉर्मूले रखे। उन्हें कहा गया कि लोकसभा इलेक्शन को देखते हुए सिद्धारमैया को सीएम रहना चाहिए। वो डिप्टी सीएम, केपीसीसी प्रेसीडेंट के साथ ही दो बड़े पोर्टफोलियो ले सकते हैं।
उनकी पसंद के विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा। वो पावरफुल बने रहेंगे लेकिन डीके किसी बात पर नहीं माने। उन्होंने कहा कि वे सिद्धारमैया को सीएम बनते नहीं देखना चाहते। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को सीएम बना दीजिए। उनकी लीडरशिप में काम करने को तैयार हैं।
सीन : 1
सुबह 11 बजे रहे थे। कांग्रेस आलाकमान ने कर्नाटक में सरकार बनाने का फॉर्मूला तय कर लिया था। सिद्धारमैया का नाम सीएम पद के लिए फाइनल था। डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम, दो मंत्रालय और केपीसीसी प्रेसिडेंट बनाया जाना तय किया गया था।
सिद्धारमैया भी इस फॉर्मूले पर तैयार थे। जैसे ही खबर बाहर आई उनके समर्थकों ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद सिद्धारमैया अपने समर्थकों के साथ होटल लौट गए।
CM पद को लेकर पिछले चार दिनों से बेंगलुरु से लेकर दिल्ली तक कई बैठकें हुईं। सिद्धारमैया रेस में सबसे आगे चल रहे थे। इससे पहले रविवार को भी कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सभी MLA ने नेता चुनने के लिए खड़गे को अधिकृत किया था। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने ऑब्जर्वर्स से सभी विधायकों से वन-टु-वन बात करने को कहा था। इनमें 80 से ज्यादा विधायकों ने सिद्धारमैया के फेवर में वोट किया था।
कर्नाटक से जुड़े अपडेट्स
- सिद्धारमैया सुबह 11.15 बजे राहुल गांधी से मिलने के लिए 10 जनपथ पहुंचे। दोनों के बीच करीब एक घंटे बातचीत हुई। इस दौरान उनके साथ विधायक भी मौजूद रहे।
- राहुल से मुलाकात के बाद सिद्धारमैया ने फोन पर सोनिया गांधी से बात की।
- डीके शिवकुमार दोपहर 12:15 बजे राहुल से मिलने पहुंचे। दोनों की एक घंटे मीटिंग हुई। इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी।
- दिल्ली कांग्रेस ऑफिस के बाहर डीके के समर्थक पोस्टर लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनकी मांग है कि उन्हें सीएम बनाया जाए
डीके ने कहा था- मैं ना धोखा दूंगा और ना ही ब्लैकमेल करूंगा
डीके शिवकुमार ने मंगलवार सुबह बेंगलुरु में कहा, ‘हम सब एक हैं। हम 135 हैं। मैं किसी को डिवाइड नहीं करना चाहता। वे भले ही मुझे पसंद करें या नहीं। मैं एक जिम्मेदार व्यक्ति हूं। मैं धोखा नहीं दूंगा और ना ही ब्लैकमेल करूंगा। हमने कांग्रेस पार्टी को बनाया, हमने इस घर को बनाया। मैं इसका हिस्सा हूं।’
उन्होंने कहा, ‘एक मां अपने बच्चे को सब कुछ देती है। सोनिया गांधी हमारी आदर्श हैं। कांग्रेस हर किसी के लिए परिवार की तरह है। हमारा संविधान बेहद महत्वपूर्ण है और हमें सभी के हितों की रक्षा करनी है। लोकसभा में 20 सीट जीतना हमारा अगला लक्ष्य है।’ 13 मई को चुनाव का परिणाम आने के बाद से अब तक कांग्रेस CM का ऐलान नहीं कर सकी है।
अब जानिए मंगलवार का घटनाक्रम…
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के आवास 10, राजाजी मार्ग पर मंगलवार को दिनभर मीटिंग होती रहीं। पहले राहुल गांधी उनके घर पहुंचे। फिर कर्नाटक के नवनिर्वाचित विधायकों ने भी मुलाकात की। शिवकुमार और सिद्धारमैया शाम को मिलने पहुंचे।
दोपहर 12.30 बजे- राहुल गांधी ने खड़गे से मुलाकात की
राहुल गांधी मंगलवार दोपहर 12.30 बजे कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से मिलने उनके घर पर पहुंचे थे। दोनों के बीच डेढ़ घंटे बात हुई। इस दौरान पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला मौजूद थे।
शाम 5.30 बजे- डीके शिवकुमार ने खड़गे से एक घंटे चर्चा की
डीके शिवकुमार मंगलवार शाम 5.30 बजे खड़गे से मिलने पहुंचे। सूत्रों के अनुसार उनको 6.30 बजे बुलाया गया था, लेकिन वे एक घंटा पहले ही पहुंच गए। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक चर्चा चली। मुलाकात के बाद वे बिना मीडिया से बात किए निकल गए।
शाम 6:30 बजे- सिद्धारमैया और खड़गे के बीच डेढ़ घंटे मुलाकात
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी खड़गे के घर पहुंचे। वे करीब डेढ़ घंटे तक वहां रहे। पहले चर्चा थी कि डीके-सिद्धारमैया को आधे-आधे कार्यकाल का CM बनाया जाएगा, लेकिन दोनों नेता 50-50 फॉमूले से सहमत नहीं थे।