देखिए कैसे होती है सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी,शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन भेजा जाता है राइस मिल

Acn18.com/छत्तीसगढ़ सरकार की खाद्यान्न योजना में कैसे कालाबाजारी करने वाले पलीता लगा रहे हैं इसकी मौखिक जानकारी आपको भी कई बार मिली होगी। आपने हो सकता है कि किसी दुकान से राशन हितग्राहियों को बांटने की वजह कहीं अन्यत्र भेजे जाते देखा भी हो, लेकिन आप ने यदि किसी को बताया होगा तो लोगों को विश्वास तो होता होगा लेकिन वह कोई कार्रवाई कराने व करने में असफल सिद्ध हुए होंगे।

इसलिए हमारी टीम ने तय किया कि हम राशन की कालाबाजारी को सिद्ध करेंगे। रथ यात्रा के दिन यानी रविवार को कोरबा शहर के मुड़ापार स्थित सरकारी उचित मूल्य की दुकान के बाहर खड़े एक पिकअप में राशन भरा जा रहा है यह सूचना मिलते ही हमारी टीम सक्रिय हुई और शुरू हो गई रिकॉर्डिंग। एक पिकअप में दुकान से चावल की बोरियां लाकर लादी जा रही हैं और फिर पिकअप वाहन वहां से निकलता है ।हमारी टीम पीछे-पीछे रिकॉर्डिंग करते आगे बढ़ती है। पिकअप मुख्य मार्ग से होता हुआ उर्गा की ओर बढ़ रहा है। रास्ते में पड़ने वालेएक पेट्रोल पंप पर पिकअप में डीजल डलवाया जाता है। पिकअप फिर आगे बढ़ता है ,और एक कांटा घर पर चावल को तोला जाता है। पिकअप फिर आगे बढ़ता है और कुदुरमाल के एक राइस मिल का गेट खुलता है । पिकअप अंदर चला जाता है। मुड़ापार से लेकर राइस मिल तक की गई रिकॉर्डिंग खाद्य विभाग कोरबा के अधिकारियों को दिखाई गई तो कहा गया कि मामला गंभीर है इसकी जांच करेंगे। आप भी देखिए इस कालाबाजारी की एक झलक