acn18.com हरदीबाजार/ खम्हरिया गांव के एक 10 वर्ष के बच्चे की बिच्छू के डंक से मौत हो गई। एसईसीएल के गेवरा स्थित अस्पताल में उपचार के बाद उसे कोरबा के लिए रेफर किया गया। मृतक के पिता ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है जबकि डीन ने यह कहकर आरोप को खारिज कर दिया कि डॉक्टर ने अपनी ओर से पीड़ित को बचाने की पूरी कोशिश की।
हरदीबाजार थाना के खम्हरिया गाव में रहने वाले सचिन निराला को सुबह बिच्छू ने डंक मार दिया था। घटना के दौरान बालक अपने कुछ मित्रों के साथ घर के नजदीक खेल रहा था । अचानक हुई घटना से उसकी चीख निकल गई। आवाज सुनकर घर के लोग हरकत में आए और मुखिया को फोन पर जानकारी दी गई।
अपने कार्यस्थल पर यह सूचना मिलने के साथ किसी तरह बालक के पिता घर पहुंचे और आनन-फानन में पीड़ित को एमसीएच गेवरा पहुंचाया। यहां पर डॉक्टर पवन ने जरूरी उपचार किया। इसके बाद पीड़ित के द्वारा सीने में दर्द की शिकायत करने पर उसे कोरबा के लिए रेफर किया गया। आरोप है कि इमरजेंसी ड्यूटी डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे और इसके बाद की चिकित्सा से स्थिति बिगड़ गई। मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डीन डॉ अविनाश मेश्राम ने इस बारे में बताया कि ग्रामीण क्षेत्र से एक मरीज यहां पहुंचा था । वह गेसपिंग कंडीशन में था। कैजुअल्टी डॉक्टर ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन संभव नहीं हुआ।
जिला अस्पताल के प्रतिवेदन पर पुलिस चौकी ने इस मामले में मर्ग कायम किया है। पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया गया।
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