ACN18.COM कोरबा/पीडीएस सीस्टम में पारदर्षिता लाने के लिए सीएम भूपेश बघेल काफी गंभीर है। गरीबों का निवाला छिनने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, मगर कुछ लोग मुख्यमंत्री के अदेष की अनदेखी कर अपनी जेब भरने में लगे है। गरीबो के हक के खाद्यान का जमकर कालाबाजारी हो रहा है। कोरबा में ऐसे ही एक दुकान संचालक को मनमानी सामने आई है।
ये नजारा वार्ड क्रमांक 25 नेहरू नगर में संचालित उचित मूल्य की दुकान का है। इन दिनों यहां सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। दुकान संचालक द्वारा गरीब हितग्राहियों का निवाला छिना जा रहा है। पात्र हितग्राहियों नियम के तहत पर्याप्त खद्यान नहीं दिया जा रहा है। आरोप है कि खाद्यान का सार्टेज बताकर लोगों को 18 से 20 किलो तक चावल की कटौती की जा रही है। इतना ही नहीं सक्कर और चना की निर्धारित कीमत से अधिक रकम वसूला जा रहा है।
हितग्राहियों के हक पर डाका डालना तो दुकान संचालक के लिए आम बात है। मगर इस बात तो मनमानी की हद पार हो गई। दुकान संचालक ने एक सरकारी कर्मचारी के एपीएल कार्ड पर पांच किलो सक्कर प्रदान कर दिया गया। जबकि एपीएल कार्ड में सक्कर देने का कोई प्रावधान ही नहीं है। मगर किसी नेता के कहने पर सरकारी खादयान उपलब्ध करा दिया गया। दुकान संचालक के इस करतूत की भनक लगने पर हितग्राहियों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस संबंध में पूछे जाने पर मैडम ने कैमरे पर कुछ भी कहने से इंकार कर दिया, लेकिन खुफिया कैमरे पर उन्होनें क्या दलील दी, आइये सुनते है।
तो सुना आपने जरूरत पड़ने पर ये मैडम किसी को भी खाद्यान उपलब्ध करा देती हैं। इसके बाद भले ही पात्र हितग्राहियों के लिए राषन की कमी पड़ जाए। सरकारी खाद्यान की अफरातफरी लंबे समय से चल रहा है इसकी भनक लगने पर हितग्राहियों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होनें जमकर हंगामा किया। ये पहला मौका नहीं है जब दुकान संचालक ने गरीबो का हक मारा हो। इसी तरह हर महिने लोगों को गुमराह कर उनके हिस्से के राषन से अपनी जेब गर्म किया जाता है लेकिन इस बार मैडम का कारनामा उजागर हो गया है। देखना होगा सरकार की आंखो में धुल झोंककर पीडीएस सिस्टम को खोखला करने वाले दुकान संचालक पर क्या कार्रवाई होती है।