छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश कहर बनकर बरस रही है। दक्षिण बस्तर में लगातार हो रही बारिश से बीजापुर, कांकेर और सुकमा में गांवों से संपर्क टूट गया है। CRPF कैंप तक डूबने के कगार पर है। धमतरी में बारिश का पानी सड़क से लेकर थाने तक में भर गया है। इस दौरान एक वृद्ध भी बरसाती नाले में बह गया। दूसरी ओर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की बारिश से गोदावरी उफान पर है। बैक वॉटर से अब शबरी नदी का जल स्तर बढ़ रहा है।
बीजापुर : इंद्रावती नदी के किनारे के इलाके डूब सकते हैं
10 दिनों लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। इसके चलते मिंगाचल स्थित CRPF 229 बटालियन कैंप डूबने के कगार पर है। मिंगाचल नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है। वहीं कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। शहर से निकलने वाली हर सड़कें पानी में डूबी हुई हैं। इंद्रावती नदी का जल स्तर बढ़ने से आस-पास के गांव डूबने की स्थिति में पहुंच गए हैं। नदी पार लोगों को राशन की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
धमतरी : दो दिन से हो रही बारिश थमी, पर हालात बिगड़े
जिले में पिछले दो दिनों से हो ही बारिश सुबह करीब 10 बजे बंद हो गई। हालांकि रुक-रुक कर पानी गिरता था। दोपहर बाद धूप निकली तो राहत मिली, लेकिन बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। रत्नाबांधा पीजी कॉलेज मोड़ के पास सड़क पर करीब 2 फीट पानी भर गया है। वहीं अर्जुनी थाने में बारिश का पानी भर गया है। बंदी कक्ष, माल खाना और टीआई का चैंबर लबालब है। पुलिसकर्मी जरूरी दस्तावेज निकालने के साथ ही बाल्टी से पानी निकाल रहे हैं।
उफनते नाले को पार कर रहा था परिवार, वृद्घ बहा
इस बीच जिले के कुकरेल-बांसपारा में एक व्यक्ति के नाले में बह जाने की खबर है। देर रात बनबगौद में उफनते नाले को परिवार पार कर रहा था। तभी परिवार का मुखिया जयपाल तेज बहाव में बह गया। उसकी तलाश में प्रशासन की टीम जुटी हुई है। नगर सैनिक गोताखोरों की टीम लगा दी गई है। उफनते नदी-नालों को पार नहीं करने की प्रशासन ने अपील की है, इसके बावजूद लोग अपने जान को खतरे में डालकर नदी नाले पार कर रहे हैं।
कांकेर : मछली पकड़ने गए युवक को BSF जवानों ने बचाया
जिले में रुक-रुक कर तेज बारिश जारी है। कई इलाकों मे नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। रावघाट क्षेत्र के 6 गांवों का संपर्क टूट गया है। वहीं दुर्गूकोंदल क्षेत्र के गोंडपाल इलाके के 5 गांव टापू में तब्दील हो चुके हैं। इसके बाद भी लोग नदी-नाले पार कर जान जोखिम में डाल रहे हैं। अंतागढ़ पुलिस और BSF ने मेंढकी नदी में फंसे एक युवक की जान बचाई। जल स्तर कम होने के कारण बीच नदी में बैठकर युवक मछली पकड़ रहा था। तभी जल स्तर बढ़ गया। जवानों ने रस्सी के सहारे उसे किसी तरह निकाला। फिलहाल अस्पताल में भर्ती है।
कोंटा (सुकमा) : दो दिन से हाईवे बंद, वाहनों की लंबी लाइन लगी
मूसलाधार बारिश से गोदावरी नदी में जल स्तर घटने के नाम नही ले रहा है। गोदावरी के उफान से शबरी नदी में जल स्तर बढ़ कर प्रथम वार्निंग लेवल 13.5 तक पहुंच गया है। शबरी नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए सुकमा के जिला कलेक्टर हरीश एस ने अफसरों को अलर्ट मोड़ पर कर दिया है। शबरी में बैक वाटर के चलते NH-30 जो कि छत्तीसगढ़ को आंध्र प्रदेश से जोड़ता है, उस पर कोंटा से भद्राचलम की ओर जाम लग गया है।
जलाशयों से बाढ़ का पानी छोड़ने पर बढ़ेगा गोदावरी का जल स्तर
प्रशासन की ओर से हाईवे पर बोट के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। प्रशासन ने पांच जगहों पर राहत शिविर बनाए हैं। इनमें आईटीआई कॉलेज व आश्रम, बंडा व मेहता आश्रमों शामिल हैं। आंध्र प्रदेश के भद्राचलम में कलेक्टर अनुदीप ने ऊपरी भाग में स्थित जलाशयों से करीब 21 लाख क्यूसेक पानी देर रात या दूसरे दिन पहुंचने की आशंका जताई है। इससे हालात और बदतर हो सकते हैं। गोदावरी में वाटर लेवल डेंजर स्तर 64 फीट तक पहुंच जाएगा।
कलेक्टर पहुंचे लोगों को रेस्क्यू करने गांव में
बताया जा रहा है कि गोदावरी में वाटर लेवल 64 तक पहुचता है तो शबरी नदी में बैक वाटर की समस्या और बढ़ जाएगी। इससे चारों तरफ से संपर्क टूट सकता है। पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में अल्लुरी सीता रामा राजू जिले के चिंतुरु मंडल सहित वीआरपूरम व कुनावरम बाढ़ की चपेट में है। आईटीडीए चिंतुर मंडल सहित वीआर पूरम व कुनावरम के कई आश्रित ग्रामों में बाढ़ की वजह से बाहरी दुनिया से कट गए हैं। बुधवार को कलेक्टर स्वयं बोट लेकर गांव में पहुंचे और लोगों को रेस्क्यू कर वहां से निकाला।