acn18.com कोरबा/ मेडिकल कालेज से सम्बद्ध होकर संचालित हो रहे कोरबा के जिला अस्पताल के बाहरी हिस्से का कलेवर बदला जा रहा है। इसी के साथ भीतरी संरचना को भी व्यवस्थित करने की कोशिश जारी है। यह सब होने से यहां आने वाले मरीजों और परिजनों को एक बेहतर एहसास होगा। ऐसे सभी कार्यों के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाया गया है।
अविभाजित मध्यप्रदेश के समय कोरबा में सौ शैय्या बिस्तर क्षमता के अस्पताल का निर्माण किया गया था। कालांतर में वर्ष 1998 में कोरबा को स्वतंत्र राजस्व जिला घोषित करने पर यह भवन जिला अस्पताल बन गया। उस समय कुछ सुधार और विस्तार कार्य किया गया। वर्तमान में यह अस्पताल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध होकर चल रहा है इसलिए यहां पर कई जरूरतें बढ़ गई हैं और इसी उद्देश्य से बाहरी साजो सज्जा को बेहतर किया जा रहा है।
इसके अलावा अस्पताल भवन के भीतर की सुविधा को और बेहतर करने पर ध्यान दिया गया है। यहां पर सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है ताकि मरीजों और उनके परिजनों को सुखद अनुभूति हो सके।
इन सभी कार्यों की पूर्ति के लिए अस्पताल प्रबंधन को आवश्यक फंड मुहैया कराया गया है। इन के माध्यम से यहां पर आवश्यक संजय जा रहे कार्यों को गति देने का काम नगर निगम की ओर से किया जा रहा है। याद रहे 2 वर्ष पहले भारत सरकार की ओर से कोरबा में मेडिकल कॉलेज को अनुमति दी गई थी। उसके बाद आगे के काम किए गए। वर्तमान में मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों की नियुक्ति करने के साथ उनकी सेवाओं का लाभ बड़ी संख्या में मरीजों को दिया जा रहा है।
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