Acn18.com/छत्तीसगढ़ के बस्तर में लगातार हो रही बारिश ने जल प्रपातों की खूबसूरती भी बढ़ा दी है। एशिया का नियाग्रा कहा जाने वाला चित्रकोट वाटरफॉल पूरा शबाब पर है। वहीं बाहुबली जल प्रपात के नाम से चर्चित हांदावाड़ा वाटरफॉल, तीरथगढ़ और झारालावा भी अपनी अलौकिक छटा बिखेर रहा है। निलमसराई और नंबी जलधारा भी आकषर्ण का केंद्र बना हुआ है।
साथ ही इस मानसून बीजापुर जिले के स्थानीय युवाओं ने बीहड़ों में स्थित बोडकम जल प्रपात की खोज की है। जिसकी तस्वीरें भी सामने आई है। बस्तर के इन खूबसूरत जल प्रपातों की सैर करने के लिए पर्यटकों भी भीड़ उमड़ रही है। तीरथगढ़ और चित्रकोट तक तो लोग आसानी से पहुंच रहे हैं, लेकिन अंदरूनी इलाकों में स्थित बाहुबली और झारालावा जल प्रपात तक पहुंचना थोड़ा मुश्किल है।
तस्वीरों में देखिए बस्तर के खूबसूरत जल प्रपात…..
एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जल प्रपात की खूबसूरती बारिश के दिनों में और बढ़ गई है। यही वजह है की अगस्त का महीना शुरू होते ही यहां पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ भी देखने को मिल रही है। बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी पर स्थित यह चित्रकोट जल प्रपात बारिश के दिनों में अपनी अलौकिक छटा बिखेर रहा है। संभागीय मुख्यालय जगदलपुर से महज 39 किमी की दूरी पर चित्रकोट जल प्रपात स्थित है। जो लगभग 90 फीट की ऊंचाई से गिरता है।
तीरथगढ़ जलप्रपात- बारिश के दिनों में तीरथगढ़ जलप्रपात की खूबसूरती भी देखते ही बन रही है। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित यह वाटरफॉल लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। इस वाटरफॉल से नदी का पानी सीढ़ीनुमा आकार में नीचे गिरता है। जो बेहद आकर्षण का केंद्र है। यहां भी पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ उमड़ती हुई नजर आ रही है।
हांदावाड़ा जलप्रपात- दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर इन तीन जिलों की सरहद पर स्थित अबूझमाड़ में हांदावाड़ा जलप्रपात है। जिसे बाहुबली जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है। यह इसलिए क्योंकि कुछ साल पहले बाहुबली मूवी की शूटिंग होने की अफवाफ उड़ी थी। इसलिए इसे बाहुबली जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है। दंतेवाड़ा से इंद्रावती नदी को पार कर आगे दुपहिया वाहनों के माध्यम से ही इस वाटरफॉल तक पहुंचा जा सकता है। हालांकि, इंद्रावती नदी पार करने के बाद भी एक बरसाती नाला पड़ता है। इसलिए पर्यटक बारिश के दिनों में यहां जाने थोड़ा हिचकिचाते हैं।
बोडकम जलप्रपात- बीजापुर जिले के पत्रकार रंजन दास और स्थानीय युवाओं ने बीहड़ में स्थित बोडकम जलप्रपात की खोज की है। जिसकी तस्वीरें भी पहली बार सामने आई है। पत्रकार रंजन दास ने दैनिक भास्कर को बताया कि, भोपालपटनम से 17 किमी का सफर तयकर मेटलाचेरू गांव तक पहुंचना पड़ता है। फिर यहां से आगे करीब 11 किमी का पैदल सफर तय कर इस बोडकम जल प्रपात तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि, ट्रैकिंग के लिए भी इलाका बेहद खूबसूरत है।
निलमसराई जलप्रपात- बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक में स्थित निलमसराई जलप्रपात भी बारिश के दिनों में अपनी खूबसूरत छटा बिखेर रहा है। अंदरूनी इलाके में स्थित होने की वजह से यहां तक पहुंचना आसान नहीं है।