देश में बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस ने हल्ला बोल रैली की। इसमें राहुल ने कहा कि देश में मीडिया, प्रेस और इंस्टीटयूशन सरकार के दबाव में हैं। ऐसे में हमारे पास जनता के बीच जाकर सच बताने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। राहुल ने कहा कि देश के 10-15 अमीर लोग जो सपना चाहें, देख सकते हैं। गरीबों के साथ ऐसा नहीं है, लेकिन यह देश उद्योगपतियों का नहीं, गरीबों का है।
अब पांच पॉइंट में सिलसिलेवार तरीके से जानिए कि दिल्ली की रैली में राहुल क्या कुछ बोले…
1. महंगाई और बेरोजगारी का डर देश में नफरत बढ़ा रहा
राहुल गांधी ने कहा- नफरत डर का एक रूप है। जिसको डर होता है, उसी के दिल में नफरत पैदा होती है। हिंदुस्तान में डर बढ़ता जा रहा है। भविष्य का डर, महंगाई का डर, बेरोजगारी का डर बढ़ता जा रहा है। इसके कारण हिंदुस्तान में नफरत बढ़ती जा रही है।
उन्होंने कहा कि नफरत से लोग बंटते हैं, देश बंटता है और कमजोर होता है। भाजपा और संघ के नेता देश को बांटते हैं भय पैदा करते हैं। लोगों को डराते हैं और नफरत पैदा करते हैं। सवाल उठता है कि किसके लिए करते हैं और क्यों करते हैं। इस नफरत का फायदा किसको मिल रहा है। इसका पूरा फायदा हिंदुस्तान के दो उद्योगपति उठा रहे हैं।
2. नोटबंदी से गरीबों की जेब से पैसा निकला, उद्योगपतियों का कर्ज माफ
मोदीजी ने नोटबंदी की। इससे गरीबों का फायदा हुआ? उन्होंने गरीबों की जेब से पैसा निकाला। गरीबों से कहा कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई है। कुछ महीनों बाद आपने देखा कि आपकी जेब से निकाला गया लाखों करोड़ रुपए… देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया गया। किसान का कर्जा माफ नहीं करेंगे। किसानों के खिलाफ काले कानून लाएंगे। कहेंगे कि ये कानून उनके फायदे के लिए हैं। अगर किसान के फायदे के लिए हैं तो हिंदुस्तान में किसान क्यों इसके खिलाफ है।
किसानों ने नरेंद्र मोदीजी को अपनी शक्ति दिखा दी। मोदीजी को जब किसानों की शक्ति दिखी तो उन्होंने कानून रद्द कर दिया। यही बात GST के साथ हुई। कांग्रेस दूसरी GST लाना चाहती थी। भाजपा ने GST को बदला। पांच अलग-अलग टैक्स लगाकर जबरदस्त चोट छोटे दुकानदारों को दी।
3. विरोधियों को सरकार ED, CBI, इनकम टैक्स से डराती है
रैली में राहुल बोले- अभी किसी ने कहा कि मोदीजी प्रधानमंत्री हैं। लेकिन, उन दो उद्योगपतियों के बिना, मीडिया के समर्थन के बिना मोदीजी प्रधानमंत्री नहीं हो सकते हैं। मीडिया हो, प्रेस हो, इंस्टीटयूशन हों, सब पर सरकार दबाव डाल रही है। हमारी यात्रा की क्या जरूरत है, हमारे पास कोई और रास्ता नहीं है। हमें जनता के बीच जाना होगा। हमें उन्हें देश की सच्चाई बतानी होगी। जो भी मोदीजी के खिलाफ काम करना चाहता है, कोई भी हो, विपक्षी हो, एक्टिविस्ट हो, NGO हो… उस पर ED, CBI, इनकम टैक्स सब लगा दिए जाते हैं।
4. ED ने मुझे 55 घंटे बैठाया, 5 साल बैठाएं तो भी नहीं डरूंगा
रैली में राहुल ED की पूछताछ पर भी बोले। राहुल ने कहा- 55 घंटे मुझे ED ने बैठाकर रखा। एक बात समझाना चाहता हूं मोदीजी को कि मैं आपकी ED से नहीं डरता, मुझे फर्क नहीं पड़ता। आप 55 घंटे करो, 500 घंटे करो या 5 साल करो, मुझे फर्क नहीं पड़ता। संविधान देश की आत्मा है और आज इसको बचाने का काम हर हिंदुस्तानी नागरिक को करना पड़ेगा। अगर हमने यह नहीं किया, आज नहीं खड़े हुए तो फिर यह देश नहीं बचेगा। ये देश संविधान है, ये जनता की आवाज है, ये देश जनता का भविष्य है।
5. यह देश दो उद्योगपतियों का नहीं, मजदूरों-गरीबों का है
राहुल ने कहा- ये देश दो उद्योगपतियों का नहीं, गरीब लोगों का है। आज दो हिंदुस्तान हैं। एक मजदूरों, गरीबों, किसानों और बेरोजगारों का है। जहां कोई सपना नहीं देखा जा सकता। उस देश में आपको खून-पसीना देने के बाद भी कोई फायदा नहीं मिलेगा। दूसरा देश है, जो 10-15 उद्योगपतियों, अरबपतियों का है। उसमें आप जो सपना देखना चाहते हो, देख सकते हो। आपको उस हिंदुस्तान में जो चाहते हो, मिल जाएगा। भाइयों-बहनों इन दो देशों के बीच लड़ाई है।