Acn18. Com/ छत्तीसगढ़ सरकार ने झोलाछाप डॉक्टरों के कारण हो रही मौतों पर सख्त निर्देश जारी किए हैं, लेकिन इसके बावजूद ग्रामीण इलाकों में इन फर्जी चिकित्सकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ताजा मामला कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले चोटिया ग्राम का है, जहां 4 से 5 झोलाछाप डॉक्टर खुलेआम अवैध रूप से क्लीनिक चला रहे हैं।
यह हैं चोटिया के मुख्य चौक पर संचालित होने वाले वे क्लीनिक, जहां बिना किसी डर या अनुमति के झोलाछाप डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। दो क्लिनिक में डॉक्टर कोलकाता से हैं तो तीसरे में रांची से आए चिकित्सक प्रैक्टिस कर रहे हैं। पूछने पर एक डॉक्टर ने साफ कहा कि अगर मरीज को नुकसान होता है तो जिम्मेदारी उनकी होगी। बाइट
एक अन्य डॉक्टर ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) को इस अवैध संचालन की जानकारी है। बाइट
सरकार भले ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का दावा करती हो, लेकिन हकीकत में चोटिया जैसे गांवों में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खुल रही है। पर्याप्त डॉक्टरों और इलाज की सुविधा नहीं होने के कारण ग्रामीण मजबूरीवश झोलाछाप डॉक्टरों के पास जाते हैं और ये कथित डॉक्टर इसका फायदा उठाकर बिना किसी योग्यता के इलाज कर रहे हैं।