ACN18.COM कोरबा / कोरबा और जांजगीर चंपा समेत प्रदेश के कई जिलों में बिजली सब स्टेशन के संचालन का काम ठेके पर लेने वाली जेबीएस कंपनी की मनमानी से नाराजगी बढ़ती जा रही है। उसने कर्मचारियों को 2 महीने का वेतन और 6 महीने का बोनस नहीं दिया है। कर्मचारियों ने इस मामले को लेकर एक बार फिर कार्यपालन अभियंता को ज्ञापन सोपा और समायोजन करने की मांग की।
महाराष्ट्र के पुणे से वास्ता रखने वाली जेबीएस कंपनी ने सबस्टेशन संचालन का काम कांटेक्ट पर लिया हुआ है। कोरबा जिले में 250 से अधिक कर्मचारी इस काम में लगे हुए हैं जो लंबे समय से वेतन के मामले को लेकर परेशान है। स्थिति इस प्रकार की है कि वितरण कंपनी के अधिकारियों की बात ठेकेदार नहीं सुन रहा है। वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों के सामने आर्थिक परेशानी बनी हुई है। 28 जून तक अवकाश पर जाने के बाद भी यह मसला जसका तस बना है। कर्मचारियों ने कार्यपालन अभियंता को मिलकर इस बारे में ज्ञापन सोपा और कहां की अगर ठेका कंपनी उदासीन बनी हुई है तो उन सभी लोगों को समायोजित कर लेना चाहिए।
छत्तीसगढ़ बिजली ठेका कर्मचारी संघ के द्वारा पहले ही इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों के पास शिकायत की जा चुकी है। कोरबा के सहायक समय आयुक्त के द्वारा ठेका कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड और और ईएसआईसी को लेकर वितरण कंपनी के दो अधिकारियों को पिछले दिनों फटकार लगाई गई थी। इसके बाद भी कोई परिणाम नहीं आ सके हैं। सूत्रों ने बताया कि जिस प्रकार की स्थितियां बनी हुई है उसे आधार पर विद्युत कंपनी जल्द ही पुणे की कंपनी का ठेका रद्द करने के साथ उसे ब्लैक लिस्ट कर सकता है