acn18.com कोरबा/ ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर 25 मार्च को गेवरा खदान में उत्पाद पूर्ण रुप से ठप्प करने के साथ ही जिले के चारो एसईसीएल क्षेत्रों में चरण बद्ध आंदोलन की घोषणा की है। आंदोलन के मद्देनजर गेवरा प्रबन्धन की ओर से वार्ता के लिए आमंत्रित किया था जिसका संगठन ने बहिष्कार कर दिया गया।
11 सुत्रीय मांगो को लेकर उर्जाधानी भू-विस्थापित कल्याण समिती 25 मार्च को गेवरा खदान में उत्पादन के पूर्ण रुप से बाधित करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही एसईसीएल के चारों क्षेत्रों में चरणगद्ध तरीके से आंदोलन करने की चेतावनी दी है। मांगो के संबंध में प्रबंधन ने वार्ता के लिए संगठन को बुलावा भेजा था जिसे नकार दिया गया। बैठक के नियत समय पर ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के पदाधिकारी मुख्यालय के समक्ष शहीद भगत सिंह की छायाचित्र लेकर नारेबाजी करते हुए वार्ता से साफ इंकार कर दिया । उनका कहना है क्षेत्रीय स्तर पर बार बार आश्वसन का झुनझुना ही मिलता है मुख्यालय के अधिकारियों तक बातें पहुँचने ही नही दिया जाता इसलिए ही सीधे सीएमडी को ज्ञापन दिया गया है और वार्ता भी निदेशक मंडल के साथ होगा ।
संगठन के अध्यक्ष सपूरन कुलदीप ने कहा कि आज 23 मार्च के दिन देश के महान क्रान्तिकारी शहीद ए आजम भगत सिंह और उनके साथी सुखदेव व राजगुरु को अंग्रेजी हुक्मरानों ने आजादी के आंदोलन के लिए ऐसे ही शाम के वक्त फांसी की सजा दी थी और हम उनके कुर्बानियों को याद करते हुए शोषणकारी नीतियों के विरुद्ध आंदोलन का शंखनाद कर रहे हैं। गेवरा प्रबधन के साथ कई बार वार्ता किया जा चुका है लेकिन मांग शासन और बोर्ड में लंबित होने का बहाना ही सुनने को मिलता है। यही वजह है,कि उनके द्वारा अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
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