acn18.com कोरबा/6 महीने की गर्भवती एक महिला की तबीयत बिगड़ने के बाद मौत हो गई। इससे पहले सरकारी अस्पताल मैं उसका परीक्षण करने के बजाय डॉक्टर ने अपने क्लीनिक में बुलवाया। हालत बिगड़ने के बाद उसे कोरबा जाने की सलाह दी। इस मामले में मृतका के पिता ने मौत पर संदेह जताया है।
गोबरघोरा दीपका की उमा ने इसी इलाके के पुष्पेंद्र कश्यप से फरवरी 22 में प्रेम विवाह किया था। फिलहाल वह 6 माह के गर्भ से थी। पुष्पेंद्र ने बताया कि पिछले साल पत्नी ने सांस लेने में दिक्कत होने की जानकारी दी थी जिसके बाद उसे दीपका के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां के डॉक्टर ने सुविधा नहीं होने की बात कहते हुए अपने क्लीनिक बुलाया था। कुछ घंटे बाद सरकारी डॉक्टर के निजी क्लीनिक में पत्नी को ले जाने पर काफी विलंब से डॉक्टर की उपस्थिति दर्ज हुई। समय तक समस्या काफी बढ़ चुकी थी। माजरा को समझने के साथ डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए। जिला अस्पताल पहुंचने पर उमा को चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
पुष्पेंद्र ने बताया कि घटना से पहले उमा का उपचार किसी डॉक्टर के अधीन चल रहा था। आपके द्वारा दी गई कुछ दवाओं को दूसरे चिकित्सक में गलत बताते हुए फेंक दिया। पुष्पेंद्र के मुताबिक प्रेम विवाह करने से दोनों परिवारों के बीच संबंध नहीं के बराबर थे। घटना की जानकारी होने पर मृतका के पिता गुलाब कशेर कोरबा पहुंचे। उन्होंने इस मामले पर संदेह जताया है।
जिला अस्पताल से प्राप्त मेमो के आधार पर पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम किया है। इसी के साथ आगे की कार्रवाई की जा रही है।