acn18.com कोरबा/ पुलिस थाना बांगो के आवासीय परिसर में मृत मिले एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की हत्या के मामले में पुलिस ने जांच जारी रखी है। जांच के लिए कई बिंदु बनाए गए हैं। इसके अलावा एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। पुलिस ने चुनौती के रूप में इस मामले को लिया है और जल्द ही हत्यारों को बेनकाब करने की बात कही है।
कोरबा जिला मुख्यालय से 42 किलोमीटर दूर कोनकोना गांव में बांगो पुलिस थाना संचालित है। नेशनल हाईवे संख्या 130 बिल्कुल किनारे थाना है जहां काफी समय से एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार काम कर रहे थे। रात्रि पाली में ड्यूटी करने के बाद वह अपने आवास चले गए। अगली सुबह जब वे ड्यूटी पर नहीं आए तो एक कर्मी को उनके आवास भेजा गया । देखने को मिला कि वहां का दरवाजा टूटा हुआ है और भीतर नरेंद्र सिंह खून से लथपथ स्थिति में पड़े हैं। इसके बाद थाना प्रभारी और अन्य कर्मी यहां पहुंचे। यहां का मुआयना करने पर मालूम चला कि एएसआई की मौत हुई है और यह मामला हत्या का है। माना जा रहा है कि देर रात्रि को यह घटना हुई। कुछ ही देर में यह मामला सार्वजनिक हो गया और फिर यहां स्थानीय लोगों के साथ साथ पुलिस के अधिकारी भी पहुंच गए । कोरबा से डॉग स्क्वाड और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट को भी यहां पर बुलाया गया जिन्होंने अपने-अपने एंगल से इस घटना को समझने और निष्कर्ष तक पहुंचने की कोशिश की।
एएसआई नरेंद्र सिंह की हत्या के मामले ने पुलिस विभाग को ना केवल दुखी किया है बल्कि हैरानी में डाल दिया है। पुलिस की कोशिश मामले की हर बिंदु से जांच करने के साथ हत्यारे को बेनकाब करने की है। एडिशनल एसपी ने बताया कि एएसआई नरेंद्र सिंह के सिर पर सांघातिक चोट के निशान मिले हैं और इसी से मौत हुई है। हर बिंदु से पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार को थाना परिसर में कुछ घंटे पुलिस के द्वारा होली खेली गई। इसके बाद अपनी पाली में ड्यूटी करने के साथ पुलिसकर्मी अपने आवास चले गए। देर रात्रि को एएसआई परिहार के साथ क्या कुछ हुआ यह पुलिस की जांच का प्रमुख बिंदु है। देखना होगा कि इस मामले में हत्यारे कब तक पकड़ में आते हैं।