acn18.com कोरबा/ सरकारी सेवाओं का लाभ लेने के लिए व्यवस्था को सरल कर दिया गया है लेकिन अभी भी अधिकांश लोगों को नियमों की कोई जानकारी नहीं है। यही कारण है कि परिवहन विभाग के द्वारा जारी किए जाने वाले ड्राइविंग लाइसेंस उसके लिए लोगों को ₹4000 तक खर्च करने पड़ रहे हैं। जागरूकता की कमी का भरपूर लाभ सभी क्षेत्रों में बिचौलिए उठा रहे हैं। चाहकर भी मनमानी पर रोक नहीं लग पा रही है।
सरकारी क्षेत्र से संबंधित कामकाज की बात हो तो आम लोगों के लिए जरूरी हो जाता है कि वह नियमों की भली-भांति जानकारी रखें। ऐसा होने पर लोगों को ना केवल सहूलियत हो सकती है बल्कि वह फायदे में रहेंगे जबकि अन्य स्थिति में उनकी जेब काटने के लिए बिचौलिए हर जगह सक्रिय है। किसी भी तरह के वाहन चलाने के लिए व्यक्ति के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना आवश्यक है। इसके माध्यम से उसकी पात्रता तय होती है। कोरबा जिले में ऐसे कार्यों के लिए जिला परिवहन कार्यालय की स्थापना 25 वर्ष पहले की गई। वर्तमान में तहसील कार्यालय के पास यह कार्यालय संचालित है। यहां पर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने से लेकर वाहन का ट्रांसफर कराने, नवीनीकरण सहित कई कार्य किए जाते हैं। परिवहन प्राधिकरण ने लर्निंग लाइसेंस के लिए ₹600 का शुल्क निर्धारित किया है जबकि नियमित के लिए अलग से राशि देनी होती है। लेकिन लोगों को इसकी पूरी जानकारी नहीं है और ऐसे में वे परिवहन कार्यालय और इसके आसपास चलने वाली दुकानों में 3500 से लेकर ₹4000 अदा करने को मजबूर है। पूछताछ करने पर लोगों ने इसी तरह जानकारी दी।
नेहरू नगर में रहने वाले नोमन तिवारी पिछले कई दिन से इस कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अधिकारी के नहीं मिलने से उनका काम नहीं हो पा रहा है। महिंद्रा फाइनेंस उन्होंने पत्नी पुष्पा के नाम पर वाहन फाइनेंस कराया था। अंतिम भुगतान होने के बाद अगले कार्यों के लिए कितनी परेशानी हो रही है इसका बयान नोमन नहीं कर पा रहे हैं।
शहरी क्षेत्र से पहुंचे एक व्यक्ति से हमारी मुलाकात इस कार्यालय में हुई जिन्होंने लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन किया। बेहतर जानकारी होने के फायदे उन्होंने बताएं। केवल ₹600 में उनका काम हुआ है।पहली बार अपने कार्यों से परिवहन कार्यालय आने वाले लोगों को पता ही नहीं चल पाता कि काम कैसे होना है। ऐसे ही 2 लोग हमें मिले जो प्रक्रिया को जानना चाह रहे थे।
सरकार ने राजस्व से लेकर परिवहन, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य विभागों से संबंधित सेवाओं को सरलीकृत करने के लिए काम किया है। इनका लाभ लेने के लिए सबसे जरूरी शर्त यह है कि लोगों को इस बारे में जानकारी भी हो। जानकारी होने पर आप बिचौलियों के चक्कर से बच सकते हैं और आपका काम भी आसान हो सकता है।