Acn18.com/महासमुंद जिले के सरायपाली ब्लॉक के ग्राम पुटका में माता-पिता और दादी की हत्या करने वाले बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने संपत्ति और अनुकंपा नियुक्ति के लालच में ट्रिपल मर्डर को अंजाम दिया। घर के पीछे के हिस्से से जली हुई अस्थियों के अवशेष बरामद हुए थे। मामला सिंघोड़ा थाना क्षेत्र का है।
महासमुंद एसपी धर्मेंद्र सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि बड़े बेटे उदित भोई (24 वर्ष) ने माता-पिता और दादी की हत्या करने के बाद तीनों के शव को घर के पीछे जला दिया। इसके बाद प्राचार्य प्रभात भोई (52 वर्ष), मां झरना भोई (47 वर्ष) और दादी सुलोचना भोई (75 वर्ष) के गुम होने की झूठी रिपोर्ट थाने में दर्ज करवा दी, ताकि रिश्तेदारों और पुलिस को गुमराह किया जा सके। पिता हायर सेकेंडरी स्कूल पैकिन में प्राचार्य थे, जिनके नंबर से आरोपी भाई और रिश्तेदारों को अपने ठीक होने और वापस लौट आने का झूठा मैसेज भेज रहा था।
एसपी ने बताया कि आरोपी उदित ने अनुकंपा नियुक्ति पाने और अपनी अय्याशियों को पूरा करने के लिए पैसों के लालच में माता-पिता और दादी को मौत के घाट उतार दिया। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि आरोपी अपने माता-पिता से पैसों की डिमांड करता रहता था और उनसे हमेशा लड़ाई करता था।
ऐसे की हत्या
आरोपी बेटे उदित ने हॉकी स्टिक से आधी रात को सोए हुए माता-पिता और दादी पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। इसके बाद तीनों लाशों को घर के बाथरूम के पीछे छिपा दिया। फिनाइल से पूरा घर साफ कर दिया। अगले 3 दिनों तक धीरे-धीरे तीनों की लाश पर सैनिटाइजर डालकर उन्हें जलाता रहा। हत्या के बाद वो उनके पैसों को बेहिसाब खर्च करने लगा। 4 दिनों में ही नया पलंग, नई अलमारी, नया एसी, नया मोबाइल समेत कई चीजें खरीद लीं।
छोटा बेटा घर आया, तो बाड़ी में मानव हड्डियों को देख पुलिस को दी सूचना
आरोपी ने 12 मई को माता-पिता और दादी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि 8 मई को तीनों इलाज कराने के लिए रायपुर गए थे,जो आज तक वापस नहीं आए हैं। इस पर पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की। इधर प्राचार्य प्रभात भोई का छोटा बेटा अमित कुमार भोई जो रायपुर के पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रहा है, वो अपने घर ग्राम पुटका आया, तो उसे माता-पिता और दादी के गुम होने की जानकारी मिली।
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि छोटा बेटा घर के पीछे बाड़ी की ओर गया, तो उसे कुछ जलाने का निशान मिला। जली हुई राख को हटाया, तो उसमें से मानव अस्थियां मिलीं। अमित ने पूरे घर की जांच की, तो दीवार पर खून के छींटे और बाथरूम में भी खून के धब्बे मिले। बाड़ी में किए गड्ढे से भी राख का ढेर मिला। संदिग्ध मामला देखकर छोटे बेटे ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस टीम ने घटनास्थल पर जांच की। पुलिस को बड़े बेटे पर संदेह था, जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। प्राचार्य का मोबाइल नंबर ऑन रहने और बड़े बेटे उदित के विलासी व्यवहार को लेकर पुलिस को उस पर शक हुआ था।
पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हॉकी स्टिक, सैनिटाइजर, लाइटर को बरामद कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम, सरायपाली से चिकित्सा अधिकारी, कार्यपालक मजिस्ट्रेट, डॉग स्क्वॉड और पुलिस के आला अधिकारियों ने आरोपी के घर और घटनास्थल की जांच की थी। पुलिस ने बताया कि आरोपी को नशे की भी लत है। वो पढ़ाई छोड़ चुका है और कुछ काम-धंधा नहीं करता था।