कलेक्ट्रेट से आदेश आने के बाद पहाड़ी कोरवा युवक की मौत की जांच शुरु हो गई है। जिला अस्पताल में पिछले दिनों तीस वर्षीय पहाड़ी कोरवा युवक करम सिंह की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। विशेष जनजाति का होने के कारण जिला प्रशासन के आदेश पर उसकी जांच शुरु कर दी गई है। कहा जा रहा है,कि उपचार में लापरवाही के कारण उसकी मौत हुई है। हालांकि अस्पातल प्रबंधन इस बात को नकार रहा है।
बालको थानांतर्गत ग्राम पचंायत चुईया के आश्रित ग्राम भटगांव निवासी पहाड़ी कोरवा करम सिंह की तबियत खराब होने पर उसे उपचार के लिए शासकीय मेडिकल काॅलज में उपचार हेतु भर्ती कराया गया था। काफी उपचार करने के बाद भी उसकी सेहत में सुधार नहीं आया और उसकी मौत हो गई। चूंकी मृतक पहाड़ी कोरवा जनजाति से ताल्लुक रखता है इस कारण प्रशासन की तरफ से एक पत्र स्वास्थ्य विभाग के पास पहुंचा और उसकी जांच के आदेश दिए गए। इस संबंध में हमने अस्पताल अधीक्षक से बात की तब उन्होंने बताया,कि करम सिंह कह सेहत पहले से ही काफी खराब चल रही थी। बेहतर उपचार के लिए उसे आईसीयू वार्ड में दाखिल किया गया था। वेंटिलेटर पर रखकर भी उसका उपचार किया गया लेकिन हृदय गति धीमी चलने के कारण उसकी मौत हो गई। अस्पताल अधीक्षक ने कहा,कि हार्ट अटैक के कारण उसकी मौत हो सकती है।
पहाड़ी कोरवा परिवार को उपचार में विशेष तरजीह दी जाती है। उपचार के लिए उनसे किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाता और उनके लिए बाकायदा हेल्प डेस्क भी बनाया गया है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग मामले की जांच कर रहा है। जांच रिपोर्ट में जो बातें सामने आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।