संसद के मानसून सत्र का आज (28 जुलाई) सातवां दिन है। लोकसभा शुरू होते ही विपक्ष ने मणिपुर हिंसा और प्रधानमंत्री मोदी के संसद में न होने पर नारेबाजी शुरू कर दी। जिसके चलते स्पीकर ओम बिड़ला ने कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
राज्यसभा में कार्यवाही 27 मिनट तक चली, लेकिन सभापति जगदीप धनखड़ और डेरेक ओब्रायन के बीच बहस होने के कारण, इसे 31 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
उधर, YSR कांग्रेस पार्टी ने अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने का फैसला किया है। पार्टी के लोकसभा में 22 और राज्यसभा में 9 सदस्य हैं। YSR ने दिल्ली अध्यादेश पर भी सरकार का समर्थन करने को कहा है।
पार्टी नेता विजयसाई रेड्डी का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव लाने से देश को कैसे मदद मिलेगी? मणिपुर और दो पड़ोसियों से बिगड़े रिश्तों के बीच सरकार को कमजोर करने की कोशिश करना देशहित में नहीं है।
संसद के मानसून सत्र के अपडेट्स…
- विजय दीनू तेंदुलकर राज्यसभा से रिटायर हो रहे हैं। वे गोवा से BJP के सांसद रहे।
- सदन में रणनीति पर मल्लिकार्जुन खड़गे के चेम्बर में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक हुई।
- राज्यसभा से निलंबित सांसद संजय सिंह आज भी प्रदर्शन कर रहे हैं।
- कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने मणिपुर पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा में और राज्यसभा सांसद मनोज झा, राघव चड्ढा, रंजीत रंजन, सैयद नसीर हुसैन, जेबी माथेर, डॉ. वी शिवदासन और संदीप पाठक ने स्थगन नोटिस दिया।
राघव चड्ढा बोले- लोकसभा में विधायी काम न हों
आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद संसद में कोई विधेयक पेश नहीं किया जाता है। लेकिन हम देख रहे हैं कि कई विधेयक संसद में पेश और पारित किए जाते हैं। मैं स्पीकर से अपील करता हूं कि अब लोकसभा में कोई विधायी कामकाज नहीं होना चाहिए।