कोरबा जिले में स्थापित ताप विद्युत संयंत्रों द्वारा उत्सर्जित राख ने कोरबा वासियों का जीना मुहाल कर दिया है. इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में कुछ लोगों द्वारा जनहित याचिका दायर की गई. हाईकोर्ट ने तीन न्याय मित्र नियुक्त कर उन्हें निर्देशित किया कि वे जाए और मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार कर उसे कोर्ट में प्रस्तुत करें. विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि हाई कोर्ट द्वारा नियुक्त न्याय मित्र श्री प्रतीक शर्मा,श्री सिद्धार्थ दुबे , और कु सूर्या कावलकर डांगी कल 15 अप्रैल को कोरबा पहुंच रहे हैं. न्याय मित्रों की यह टीम दोपहर 12 बजे कनकी मार्ग स्थित ग्राम तरदा से अपनी जांच प्रारंभ करेगी. तत्पश्चात हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका में जिन जिन स्थानों पर अवैध रूप से राख डालने का प्रमाण प्रस्तुत किया गया है, टीम वहां भी जाएगी और मौका मुआयना व संबंधित विभागों के अधिकारियों से आवश्यक जानकारी प्राप्त कर रिपोर्ट तैयार करेगी. यह रिपोर्ट कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी.
गौरतलब है कि विद्युत संयंत्र से निकलने वाली राखड़ कहीं भी फेंकी जा रही है जिसके कारण कोरबा जिले का कोना कोना राख मय हो गया है. नियम विरुद्ध जल स्रोत के किनारे, वन भूमि,कृषि भूमि व समतल मैदान में भी राख के पहाड़ खड़े कर दिए गए हैं. जिस विभाग को प्रदूषण पर नियंत्रण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है उसके अधिकारी भी आंख मूंदे बैठे हैं. बहर हाल न्यायमित्र कोर्ट के आदेश पर कोरबा पहुंच रहे हैं. उनके आगमन की जानकारी आम होते ही कोरबा को प्रदूषण से बचाने के लिए संघर्षरत लोग भी सक्रिय हो गए हैं. उनके पास राख के कारण बढ़ते प्रदूषण को लेकर जो जानकारी होगी उसे न्याय मित्रों के हवाले करने का प्रयास वे जरूर करेंगे.