Acn18.com कोरबा/ कोरबा के चारपारा कोहड़िया क्षेत्र में एनटीपीसी के द्वारा एक करोड़ से ज्यादा के विकास कार्य किए जाने को लेकर विस्थापित वर्ग ने सवाल खड़े किए हैं। उसने एनटीपीसी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और दावों को सच साबित करने की चुनौती दी। पिछले 22 अप्रैल से भू विस्थापित वर्ग इस मामले को लेकर कोरबा के तानसेन चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहा है।
एनटीपीसी के द्वारा वर्ष 1978 में चारपारा इलाके के लोगों की 62 एकड़ जमीन अर्जित की गई थी। लोगों का आरोप है कि इसके लिए ना तो उन्हें मुआवजा दिया गया और ना ही नौकरी दी गई । बसाहट का अता-पता नहीं है। एनटीपीसी के रवैया के कारण लोग परेशान है। कई स्तर पर प्रभावित लोग अपनी बात रख चुके हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। इन सभी मुद्दों को लेकर विस्थापित परिवारों ने कोरबा के तानसेन चौराहे पर 22 अप्रैल 2023 से धरना प्रदर्शन शुरू किया है। इन लोगों ने बताया कि एनटीपीसी की ओर से इस प्रकार की बात कही जा रही है कि उसने हमारे क्षेत्र में एक करोड़ से ज्यादा के विकास कार्य कराए हैं लेकिन हमारी आंखों ने इसे देखा नहीं है। विस्थापन चाहते हैं कि उनकी बच्ची हुई जमीन वापस करने के साथ उन्हें बाकी जमीन का मुआवजा और दूसरी सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
अगले 22 अप्रैल को लोगों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर किया जा रहे धरना प्रदर्शन को 1 वर्ष पूरा हो जाएगा। चुनाव के सीजन में राजनीतिक दलों के द्वारा यात्रा निकालकर लोगों को लॉलीपॉप दे रही है लेकिन अभी तक कोहड़िया के वह स्थापित इस सुविधा से भी वंचित है