अब स्टील उत्पादन के लिए तैयार है नगरनार प्लांट:24 हजार करोड़ के प्लांट में बना एचआर क्वाइल, बैलाडीला का लोहा यहीं गलेगा, इसी से बनेंगे सिलेंडर से लेकर जहाज

Acn18.com/छ्त्तीसगढ़ में बस्तर के नगरनार में बना स्टील प्लांट अब स्टील उत्पादन के लिए तैयार हो गया है। करीब 24 हजार करोड़ की लागत से बने इस प्लांट में एचआर क्वाइल बनाने का सफल प्रयोग कर लिया गया है। बैलाडीला के आयरन ओर को गलाकर एचआर क्वाइल बनाया गया है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि, BSP ने जितना 50 सालों में क्वाइल बनाया है उतना क्वाइल इस प्लांट में सिर्फ 5 सालों में बनकर तैयार हो जाएगा। यहां के स्टील से सिलेंडर से लेकर जहाज तक बनाए जाएंगे।

दरअसल, 12 अगस्त को NMDC के सीएमडी अमिताभ मुखर्जी ने ब्लास्ट फर्नेस को प्रज्जवलित कर कमिशनिंग के अंतिम चरण की शुरुआत की थी। इसके बाद 15 अगस्त से यहां हॉट मेटल का उत्पादन शुरू हो गया था। इसके महज 9 दिनों में ही स्टील प्लांट के थिन स्लैब कास्टर से हॉट रोल्ड क्वाइल (एचआर क्वाइल) का उत्पादन शुरू हो गया है। इसके लिए टीम के सदस्य और विशेषज्ञ 72 घंटे तक लगातार मेहनत करते रहे।

यहां के स्टील से बनेंगे सिलेंडर से लेकर जहाज
अफसरों का कहना है कि, भारत के सबसे आधुनिक इस मिल से बनने वाले एचआर क्वाइल शीट्स और प्लेट्स देश में एचआर की बढ़ती मांग को पूरा करेंगे। इनसे LPG सिलेंडर, पुल स्टील संरचनाओं, जहाज, बड़े ब्यास वाले पाइप, भंडारण टैंक, बॉयलर, रेलवे वैगन, साइकिल फ्रेम, इंजीनियरिंग और सैन्य उपकरण, ऑटोमोबाइल्स ट्रक के पहिए, फ्रेम आदि का निर्माण होगा।

साल 2003 में रखी गई थी नींव
नगरनार इस्पात संयंत्र की नींव सबसे पहले 2003 में रखी गई थी। फिर भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई। 2008 में दूसरी बार नगरनार इस्पात संयंत्र का भूमिपूजन हुआ। करीब 24 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से तैयार संयंत्र में पिछले साल अक्टूबर में कोक ओवन की कमीशनिंग की गई। कोक तैयार करने के बाद 12 अगस्त को ब्लास्ट फर्नेस की हीटिंग शुरू हुई थी। जिससे 15 अगस्त को पहली बार हॉट मेटल मिला। 20-21 अगस्त को स्टील मेल्टिंग शॉप की कमीशनिंग के बाद गुरुवार को हॉट स्ट्रिप मिल की शुरुआत हुई और पहली बार हॉट रोल्ड क्वाइल उत्पादन शुरू हुआ।

यहीं का लोहा यहीं गलेगा
नगरनार स्टील प्लांट के कार्यकारी निदेशक के प्रवीण कुमार ने बताया कि बस्तर के लोग अब तक यहां का लोहा ही देख रहे थे, लेकिन अब यहां से उत्पादित एचआर क्वाइल देख सकेंगे है। पिछले 15 सालों से ज्यादा समय से स्टील प्लांट का निर्माण चल रहा था। पिछले 6 महीने में इसके निर्माण में तेजी आई। बैलाडीला का लोहा अब यहीं गलेगा।