Acn18.com/चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर से इसरो अब कल यानी 23 सितंबर को संपर्क की कोशिश करेगा। पहले ये कोशिश 22 सितंबर की शाम को की जानी थी, लेकिन कुछ कारणों से इसे आज के लिए टाल दिया गया। स्पेस एप्लिकेशन सेंटर के डायरेक्टर नीलेश देसाई ने यह जानकारी दी है।
14 दिनों की रात के बाद चांद के साउथ पोल पर एक बार फिर सूरज की रोशनी पहुंचने लगी है। ऐसे में इसरो को स्लीप मोड पर डाले गए विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के जागने की उम्मीद है। इसरो ने 4 सितंबर को लैंडर को स्लीप मोड में डाला था। इससे पहले 2 सितंबर को रोवर को स्लीप मोड में डाला गया था। इसरो ने लैंडर-रोवर के रिसीवर ऑन रखे हैं।
रोवर ऐसी दिशा में कि सूर्य का प्रकाश सौर पैनल पर पड़े
इसरो ने लैंडर और रोवर को स्लीप मोड में डालने से पहले बैटरी को फुल चार्ज रखा था। रोवर को ऐसी दिशा में रखा गया था कि सूर्योदय होने पर सूर्य का प्रकाश सीधे सौर पैनलों पर पड़े। उम्मीद की जा रही है कि 22 सितंबर को ये फिर से काम करना शुरू करेगा।