ACN18.COM कोरबा / कोरबा में हाथी का उत्पात रोकने के लिए वन विभाग एक और तरकीब अपना रहा है। हाथियों को रिहायशी इलाके के दूर रखने के लिए जंगल में ही केला,ज्वार,मक्का की फसल उगाई जायेगी। दिन के वक्त हाथियों का जहां डेरा रहता है उसके चारो ओर कम वक्त में पैदावार होने पौधे लगाए जायेंगे। वन विभाग द्वारा इसके लिए जगह भी चिन्हित कर लिया गया है।
जिले के कोरबा और कटघोरा वन मंडल इलाके में हाथियों का आतंक जारी है। बारिश के दिनों में हाथियों की चहलकदमी और तेज हो जाती है। धान और अन्य उपज खाने के लिए हाथी गांव तक पहुंच जाते है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए कोरबा वन मंडल द्वारा नया प्रयोग किया जा रहा है। अब हाथियों को केला, ज्वार, मक्का का लालच दिया जाएगा। जी हां जिन इलाको में हाथियों का अधिक मूवमेंट होता है वहा कम वक्त में तैयार होने वाले केला, ज्वार, मक्का व अन्य फसल लिया जाएगा।
इसके अलावा लेमरू योजना के तहत फल दार पौधे लगाने के लिए करीब 200 हेक्टेयर जमीन मिला था। जिसमे से 170 हेक्टेयर भूमि पर हाथियों का पसंदीदा आम, कटहल, महुआ, बरगद, पीपल जैसे पेड़ लगाए जा चुके है। 30 हेक्टेयर में अभी काम बाकी है। उम्मीद की जा रही है कि रिहायशी इलाके से दूर एक निश्चित जगह पर हाथियों को आहार मिलने से काफी हद तक लोगो को राहत मिलेगी।
आपको बता दे कि हाथियों का हमला रोकने और लोगो को सावधान रखने के मकसद से यूनिक प्रयोग करते हुए जंगल में 10 से 12 जगहों पर एनाइडर लगाया गया है। सौर ऊर्जा से चलने वाले इस डिवाइस का फायदा भी मिल रहा है। उन इलाको से हाथियों के उत्पात की फिलहाल कोई खबर नहीं आई है। हालाकि ये सिस्टम रात के लिए है। वही दिन के वक्त हाथियों को उनका पसंदीदा आहार देकर ग्रामीणों को सुरक्षित रखने की ये नई तरकीब कितना काम करती है। ये देखना दिलचस्प होगा।
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