Acn18.com/रायगढ़ की पर्वतारोही याशी जैन ने माउंट एवरेस्ट फतह कर इतिहास रच दिया है। छत्तीसगढ़ जैन समाज की बेटी याशी ने बुधवार सुबह 5:45 बजे भारतीय समयानुसार एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा और जैन ध्वज फहराया।
रायगढ़ की पर्वतारोही याशी जैन ने माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई के लिए जाने वाली 15 सदस्यीय टीम में छत्तीसगढ़ की एकमात्र सदस्य हैं। माउंट एवरेस्ट फतह करने का अभियान 1 अप्रैल से शुरू हुआ था, जो 45 दिनों तक चला। अभियान पर जाने से पहले पर्वतारोही याशी जैन ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी। सीएम ने याशी को माउंट एवरेस्ट फतह करने के लिए अपनी शुभकामनाएं देकर विदा किया था। वहीं 5 लाख रुपए प्रोत्साहन राशि के तौर पर देने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री ने याशी द्वारा माउंट एवरेस्ट फतह के बाद वहां फहराए जाने वाले हमारे राष्ट्रीय ध्वज और गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ ध्वज का विमोचन भी किया था। याशी जैन रायगढ़ की रहने वाली हैं। उनके पिता अखिलेश जैन पंजाब नेशनल बैंक में काम करते हैं। माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली छत्तीसगढ़ के जैन समाज की पहली युवती याशी जैन बन गई हैं। इससे पहले अफ्रीका और अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी पर भी याशी जैन ध्वज लहरा चुकी हैं। छ्त्तीसगढ़ के जैन समाज ने याशी को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
याशी जैन ने 14 फरवरी 2023 को दक्षिण अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी माउंट अकंकागुआ को 6,961 मीटर पर फतह किया। उन्होंने 2 अक्टूबर 2022 को माउंट किलिमंजारो 5,896 मीटर पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी। यह अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी है। बीटेक पासआउट याशी मई 2018 में उत्तराखंड के पहाड़ माउंट जोगिन की चढ़ाई कर चुकी हैं। जुलाई 2019 में वे यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस फतह कर चुकी हैं। जनवरी 2020 में वे नेपाल की माउंट आइलैंड पीक की चढ़ाई कर चुकी है। चढ़ाई के दौरान ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था, लेकिन याशी ने हिम्मत नहीं हारी थी।