acn18.com नई दिल्ली/ नरेंद्र मोदी को नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) की संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है। अब वो तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे। इस दौरान छत्तीसगढ़ के 10 सांसद, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव-विजय शर्मा, सरोज पांडे और लता उसेंडी पुराने संसद (संविधान सदन) के सेंट्रल हॉल में मौजूद रहे।
दरअसल, शुक्रवार सुबह 11 बजे शुरू हुई मीटिंग में NDA के 13 दलों के नेता शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने कहा कि, मुझे नया दायित्व देने के लिए आभार। राजनाथ सिंह ने नरेंद्र मोदी को लोकसभा का नेता चुनने का प्रस्ताव रखा। छत्तीसगढ़ के सभी नेताओं ने मेज थपथपाकर इस प्रस्ताव का समर्थन किया। आज सभी मुख्यमंत्रियों, उप मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष की बैठक भी होनी है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री साय, यूपी CM योगी आदित्यनाथ, असम CM हेमंत बिस्वा के साथ अगली पंक्ति में बैठे थे। यहां आकर नरेंद्र मोदी ने संविधान को माथे से लगाकर प्रणाम किया।
अब मीटिंग में शामिल होंगे सभी नेता
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दिल्ली में मीडिया से कहा कि, आज सभी मुख्यमंत्रियों, उप मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष की बैठक होनी है। इस मीटिंग में शामिल होने प्रदेश के सभी नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं। सभी जीते हुए सांसद भी दिल्ली पहुंचे हैं। अब हम आगे डबल इंजन की सरकार के साथ छत्तीसगढ़ के विकास के लिए काम करेंगे।
राहुल करते हैं अनर्गल बातें- साव
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने दिल्ली रवाना होने से पहले स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर कहा कि, नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। ये ऐतिहासिक क्षण होगा और हम लोगों के लिए गौरव का पल होगा। राहुल गांधी हमेशा अनर्गल बातें करते हैं।
मोदी के चलते देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। भारत 10वें से 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनी है। जीडीपी बढ़ी है, बैंकों की स्थिति सुधरी है। इनके राज में घोर आर्थिक अनियमितता थी। सबसे ज्यादा घपले और घोटाले इनके राज में हुए हैं।
जानिए सेंट्रल हॉल का इतिहास
- दिल्ली की पुरानी संसद के जिस सेंट्रल हॉल में शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के सांसद, CM, उप मुख्यमंत्री बैठे। वो देश की सबसे ऐतिहासिक जगह है।
- यह ब्रिटिश शासन के दौरान इंटीरियर सेंट्रल असेंबली की बैठकों का गवाह रहा है।
- 8 अप्रैल 1929 को दिल्ली की सेंट्रल असेंबली में वायसराय ‘पब्लिक सेफ्टी बिल’ पेश कर रहे थे। जैसे ही बिल पेश किया गया, सदन में एक जोरदार धमाका हुआ। बम भगत सिंह ने फेंका था।
- आजाद भारत की पहली बैठक 1947 में सेंट्रल हॉल में आयोजित हुई थी। यह बैठक संविधान सभा की थी। जिसकी अध्यक्षता डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने की थी। यहीं डॉ अम्बेडकर ने संविधान पेश किया था।
अब आगे क्या होगा
9 जून को नरेंद्र मोदी शपथ ले सकते हैं। राष्ट्रपति सचिवालय से सरकार ने 7000 से 8000 लोगों के लिए जगह मांगी है। पीएम मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण कार्यक्रम में वकील, डॉक्टर, कलाकार, सांस्कृतिक कलाकार, प्रभावशाली व्यक्ति और अलग-अलग पेशे से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख व्यक्तियों को भी कार्यक्रम में बुलाया जाएगा। सभी धर्मों के करीब 50 प्रमुख धार्मिक गुरुओं को कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा।
आदिवासी महिलाएं, पद्म सम्मान से सम्मानित लोग शामिल होंगे। चुनाव नतीजों के बाद हुए बैठक में नरेंद्र मोदी को एनडीए का नेता चुन लिया गया है। अब इसके बाद सांसदों के समर्थन पत्र को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा जाएगा।