acn18.com रायपुर/ प्रदेश के मुख्यमंत्री जब विधानसभा पहुंचे तो उनके हाथ में एक ब्रीफकेस था। जिसमें एक तरफ छत्तीसगढ़ महतारी तो दूसरी तरफ बछड़े को दूध पिलाती गाय की तस्वीर थी। तस्वीर का हिंदू मान्यताओं में विशेष महत्व है।
इसके बारे में ज्योतिषाचार्य डॉ दत्तात्रेय होस्करे ने बताया कि बछड़े को दूध पिलाती गाय धार्मिक मान्यताओं में बेहद शुभ मानी गई है। राह चलते भी कभी इस तरह से गाय दिख जाए तो उसे शुभ माना गया है। मुख्यमंत्री इस बजट के जरिए सबका शुभ चाहते हैं इसलिए ये तस्वीर ब्रीफकेस में नजर आई।
डॉ दत्तात्रेय ने इसके अलावा इसका एक और अर्थ है। बछड़े को दूध पिलाती गाय कामधेनू का प्रतीक है जो समुंद्र मंथन से उत्पन्न हुई थी। यह दिखाने का प्रयास है कि प्रदेश के आर्थिक मंथन से जनता के लिए अच्छी चीजें बजट घोषणाओं में निकल कर आई हैं। इसके अलावा गाय का यूं दूध पिलाते दिखने को प्रकृति द्वारा प्रजा (प्रदेश की जनता) के पोषण के रूप में भी दिखाया गया है। चूंकि कामधेनू को शुभ माना गया है, ऐसे में सियासी चर्चा भी है कि इस कार्यकाल का आखिरी बजट चुनावी साल में कांग्रेस के लिए शुभ हो इसलिए ये प्रयोग किया गया है।
महतारी की भी तस्वीर
ब्रीफकेस की दूसरी ओर छत्तीसगढ़ महतारी की फोटो है। ये महतारी के प्रति प्रदेश की आस्था और प्रेम को दर्शाता है, साथ ही यह संदेश भी देता है की बजट छत्तीसगढ़ महतारी की ममता के समान बजट भी हर व्यक्ति के लिए एक समान और भावनात्मक सोच के साथ तैयार किया गया है। ।
CM ने जिस ब्रीफकेस का उपयोग किया गया है, उसमें छत्तीसगढ़ी सभ्यता, संस्कृति और छत्तीसगढ़ सरकार की परंपरा एवं संस्कृति के प्रति प्राथमिकता की झलक देखने को मिलती है। बजट ब्रीफकेस की डिजाइन वनांचल क्षेत्र की विश्व विख्यात भित्तिचित्र कला द्वारा तैयार किया गया है।
ऐसे तैयार किया गया बजट ब्रीफकेस
बजट ब्रीफकेस में अंकित भित्ति चित्र छत्तीसगढ़ के शहरी गौठान में निर्मित गोबर पेंट से बनाया गया है। राज्य के 2 शहरों रायपुर और अंबिकापुर में स्थित शहरी गौठान में गोबर पेंट का निर्माण का व्यवसायिक उत्पादन शुरू किया गया है। गौठान में निर्मित इमल्शन में वाटर कलर पिगमेंट मिलाकर यह कलाकृति सरगुजा के ग्राम सुखरी के भित्ति चित्र कलाकार द्वारा तैयार की गई है। कलाकृति युक्त गोबर पेंट से निर्मित भित्ति चित्र वाले बजट पर ब्रीफकेस को तैयार करने में 15 दिन का समय लगा है। इसमें 9 रंगों का प्रयोग कलाकार द्वारा किया गया है।
गोबर से बन रहा पेंट
इससे पहले मुख्यमंत्री ने कोसा, बस्तर आर्ट, गोबर के ब्रीफकेस का उपयोग बजट ब्रीफकेस में किया था। भित्ति चित्र एक ऐसी परम्परा है जो छत्तीसगढ़ी संस्कृति को प्रदर्शित करती है। रजवार भित्ति चित्र कला के माध्यम से प्रकृति व ग्रामीण परिवेश को दर्शाया जाता है। इसमें प्लाइवुड, नारियल रस्सी, मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है,आखिरी में नेचुरल कलर्स से पेंट किया जाता है। गोबर से पेंट बनाने में 30 प्रतिशत गोबर का प्रयोग किया जाता है। गोबर से तैयार घोल को ब्लीच कर पेंट तैयार करने के लिए कुछ अन्य घटक मिलाकर बेस इमल्सन तैयार होता है, जिसमे पिगमेंट मिलाकर किसी भी कलर का इमल्सन, डिस्टेंपर तैयार किया जाता है।
CM की गाड़ी का नंबर भी कुछ कहता है
हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री के काफिले में 12 नई SUV लाई गईं। सभी नई टोयोटा एसयूवी का नंबर है CG 02 BB 0023। मुख्यमंत्री का जन्म दिनांक 23 है इस साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसमें कांग्रेस अपनी चुनावी कसौटी पर खुद को साबित करने का दम लगा रही है। यही नंबर मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल हुई नई गाड़ियों का भी है। एक और खास बात है इसके नंबर प्लेट में लिखी हुई सीरीज बी बी। आमतौर पर सभी गाड़ियों में नंबर के पहले अल्फाबेटिकल सिस्टम अंकित किया जाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गाड़ी में BB का अर्थ भूपेश बघेल से निकाला जा रहा है।