acn18.com मनेंद्रगढ़ /किसानों को अपने खेतों में वृक्ष लगाने और उन्हें संरक्षित करने के लिए सरकार प्रोत्साहित कर रही हैं। इसके लिए किसानों को निशुल्क पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। वन संपदा के व्यवसायिक लाभ से जुड़ी इस योजना का क्रियान्वयन वन विभाग के द्वारा किया जाना है।
छत्तीसगढ़ में वन संपदा के विस्तार और संरक्षण के लिए अब नए तरीके से काम करने की योजना सरकार की ओर से बनाई गई है। मुख्यमंत्री वन संपदा योजना इसी का हिस्सा है जिसकी घोषणा पिछले दिनों एक कार्यक्रम में की गई। नवगठित मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले में इस योजना के अंतर्गत कैसे काम करना है इसके लिए वन मंडल की ओर से कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें योजना के पहलुओं को लेकर चर्चा की गई और कर्मचारियों का मार्गदर्शन किया गया। कहां गया कि चंदन और अन्य प्रजाति के पौधों का रोपण योजना के अंतर्गत प्राथमिकता के साथ किया जाएगा।
वन मंडल अधिकारी लोकनाथ पटेल ने बताया कि किसानों को उनके खेतों में सागवान चंदन और अन्य पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा और निशुल्क सुविधा दी जाएगी। संरक्षण के लिए शर्तें तय की गई हैं। अब तक की स्थिति में जिले में 1000 हेक्टेयर जमीन को आईडेंटिफाई कर लिया गया है।
प्रदूषण और अन्य समस्याओं से जूझ रहे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे पर्यावरण की बहाली के लिए वन संरक्षण की दिशा में काम करना सबसे उपयुक्त विकल्प माना जा रहा है। वन संपदा योजना को लेकर कहां जा रहा है कि दुष्परिणामों ओके स्तर को कम करने के इरादे से इसे लांच किया गया है। आशा की जानी चाहिए कि इस तरह की योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से समस्याओं पर कुछ हद तक विजय पाई जा सकती हैं।