Acn18.com/बालोद जिले के ग्राम जुंगेरा रानी तराई मैदान में मणिलिंग शिव महापुराण कथा का आयोजन किया गया। इसमें पंडित प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) ने कथावाचन किया। उन्हें सुनने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु यहां जुटे।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि ‘धान का कटोरा’ के नाम से प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ पर बाबा की कृपा बरसती है। ये मेरे राघव का ननिहाल और मां कौशल्या का मायका है। उन्होंने कहा कि श्रावण मास में मेरी कथा को सुनने के लिए भारी संख्या में लोग आए हैं।
शुक्रवार को पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपनी कथा में शरीर के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि शरीर का उपयोग हमेशा अच्छे कामों के लिए करना चाहिए। अगर हम शरीर का दुरुपयोग करते हैं, बुरे कामों में फंसते हैं, शराब-मांस जैसी चीजों का सेवन करते हैं, तो इसका परिणाम अगले जन्म में बहुत बुरा मिलता है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को शिव आराधना में लीन रहकर हमेशा जरूरतमंद लोगों की सेवा करनी चाहिए।
पहले होटलों में रहती थी भीड़, अब शिवालय में
पंडित प्रदीप मिश्रा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आज पहला दिन था और श्रोताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। उन्होंने कहा कि आज के समय में युवाओं में चेतना देखने को मिल रही है। अब होटल के बजाय शिवालयों में भीड़ देखने को मिलती है। नवयुवक बेटा-बेटी अब अच्छे संस्कारों की ओर बढ़ रहे हैं।
3 लाख के करीब पहुंचे भक्त
बालोद जिले में पहली बार मणिलिंग शिव महापुराण का आयोजन किया गया है। अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा यहां पहुंचे हुए हैं। इन्हें सुनने के लिए छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों से भी लोग यहां पहुंचे। शुक्रवार को करीब 3 से 4 लाख के बीच भक्तों की भीड़ दर्ज की गई। इसके लिए पुलिस-प्रशासन ने भारी सुरक्षा-व्यवस्था कर रखी थी। दोनों तरफ से लगभग 2 किलोमीटर दूर पार्किंग स्थल बनाया गया है।