कोरबा/ कोरबा जिले के पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक दूरस्थ वनांचल क्षेत्र मोरगा मिशन स्कूल प्रांगण में आयोजित कर्मा महोत्सव में मांदर की थाप और सुमधुर करमा गीतों ने उपस्थितजनों का मन मोह लिया। क्षेत्र के करमा नृतक समूह ने आयोजन में हिस्सा लिया और आकर्षक परिधान में नृत्य कर छत्तीसगढ़ के करमा नृत्य की संस्कृति और परंपरा को जीवंत कर दिया।आदिवासी समुदाय का प्रसिद्ध करमा पर्व शनिवार को पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के ग्राम नोरगा में काफी धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा भी कर्मा पर्व में जमकर नाचे और मांदर भी बजाया। सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुषों ने एक साथ करमा नृत्य पर डांस किया और इस त्यौहार को यादगार बनाया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पाली तानाखार विधानसभा विधायक व मुख्यमंत्री अधोसंरचना उन्नयन विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष मोहितराम केरकेट्टा ने महोत्सव के दौरान कहा कि किसी भी समाज की भाषा, बोली, कला, संस्कृति, परंपरा उसकी असली पहचान होती है। किसी भी आयोजन के माध्यम से ही उस समाज के कला, संस्कृति की पहचान होती है। किसी भी समाज को अपने पहचान को हमेशा बनाए रखना चाहिए।
मोरगा नेहरू स्मारक उच्चत्तर माध्यमिक स्कूल प्रांगण में हर वर्ष की तरह इस बार भी संयुक्त तत्वावधान में करमा महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अलग-अलग गांव की महिलाओं और युवतियों ने रंगारंग करमा नृत्य मादर की थाप के साथ प्रस्तुत कर महोत्सव में समां बांध दिया। कार्यक्रम में एक-एक समूह को नृत्य के लिए 10-10 मिनट का समय दिया गया था। इस अवधि में नृत्य समूह ने अपनी प्रस्तुति दी। कोरबा कोसाबाड़ी, पंड्राआमा, मोरगा महिला युवा संघ, धजाक, ख़िरटी, मदनपुर, पुटा मौजूद थे। चयन समिति द्वारा नृत्य समूहों के वेशभूषा, नृत्य व कौशल को देखते हुए उन्हें अंक दिया। कोसाबाड़ी कोरबा ने प्रथम विजेता के तौर पर घोषणा की गई तथा दूसरे स्थान पर मोरगा तीसरे स्थान पर मोरगा महिला युवा संघ विजेता रहे। विजेताओं को अतिथियों ने समानांतर पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
समाज अपनी संस्कृति व पूर्वजों की धरोहर को बचाए रखने में लगा हुआ
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक श्री केरकेट्टा ने कहा कि किताबों के अध्ययन से जो चीजें संभव नहीं होती वे ऐसे आयोजनों से आसानी से जाना जा सकता है। किसी भी समाज के संस्कृति व परंपरा को ऐसे आयोजनों से पहचान मिलती है। उन्होंने कहा कि उरांव आदिवासी समाज बधाई के पात्र हैं जो अपने रीति-रिवाजों को संरक्षण देने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष ऐसा आयोजन कर रहा है। इससे समाज में एकता व समरसता भी कायम हो रहा है। उन्होंने कहा कि उरांव समाज में जो जीवंतता है, जो ऊर्जा व मुस्कुराहट है व चेहरे पर जो उत्साह है वह अन्य समाज में देखने को नहीं मिलता। प्रतिकूल परिस्थितियों में भी मुसीबत झेलने के बाद भी यह समाज अपनी संस्कृति व पूर्वजों की धरोहर को बचाए रखने में लगा हुआ है और सफल भी है। उन्होंने कर्मा महोत्सव में शामिल समस्त नृत्य समूह के सदस्यों को बेहतर प्रस्तुति के लिए बधाई दी।
विधायक श्री केरकेट्टा ने आदिवासी उरांव समाज की परंपरा व संस्कृति का जिक्र करते हुए कहा कि आदिवासी समाज हमेशा अपनी संस्कृति में जीता है। आधुनिक चकाचौंध के बावजूद यह समाज अपनी मूल संस्कृति को नहीं भूलता। ऐसे आयोजनों से समाज की संस्कृति को और जीवंतता मिलती है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति की पूजा करता है। करमा नृत्य भी प्रकृति की पूजा से जुड़ा हुआ है। नृत्य करना अपने आप में ही एक उत्सव है और इसे जब लोग सामूहिक रूप से करते हैं तो पूरे समाज का उत्साह व समृद्घि नजर आने लगता है। यह आयोजन पिछले कुछ वर्षों से यही संदेश दे रहा है।
उपसरपंच ने क्षेत्र में महाविद्यालय व सब स्टेशन की मांग रखी
करमा महोत्सव के दौरान मोरगा के उपसरपंच सुनील कुमार ने अपने उद्बोधन में विधायक मोहितराम केरकेट्टा से क्षेत्र में महाविद्यालय व सब स्टेशन की मांग की। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए कटघोरा या अम्बिकापुर जाना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्र में गरीब बाहुल्य लोग निवासरत हैं वे बच्चे बाहर रहकर पढ़ाई करने में असमर्थ होते हैं। मोरगा में महाविद्यालय के खुलने से अपनी उच्च शिक्षा के यहां के निर्धन बच्चो को बाहर नही जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि वनांचल क्षेत्र होने की वजह से यहां बिजली की समस्या सबसे अधिक रहती है। इस क्षेत्र में सब स्टेशन की बनने से यहां की बिजली समस्या से जूझ रहे लोगों को सही बिजली मिलने की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि बच्चे पढ़ेंगे तभी देश आगे बढ़ेगा। उन्होंने विधायक से निवेदन किया कि यदि यह समस्या दूर होगी तो क्षेत्र का विकास और बढ़ेगा।
आज के इस कार्यक्रम में नेहरू स्मारक उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय की सुपीरियर जैंसिल, बाबा खान कांग्रेस कार्यकर्ता, प्रिंस अग्रवाल विधायक प्रतिनिधि, हासम खान, मनोज लकड़ा काँग्रेस कार्यकर्ता, ठण्डी लाल बिंझवार सरपंच अरसिया, संतोष केंवट तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण जन व विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।