acn18.com/ मुंगेली। परिजनों का दो टूक कहना है कि पावर प्लांट का रेस्क्यू आपरेशन जब पूरा नहीं हो जाता और राखड़ में फंसे मजदूरों को बाहर नहीं निकाला जाता, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। रामबोड प्लांट हादसे में रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ के साथ ही एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। एक तरफ रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा वहीं दूसरी तरफ अफसर अटेंडेंस रजिस्टर के हिसाब से उपस्थित कर्मचारियों को फोन लगवा उनके सकुशल होने की लगातार खोजबीन भी करते रहे।
बिलासपुर– रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में मुंगेली जिले के सरगांव थाना क्षेत्र में स्थित कुसुम स्टील प्लांट में हुए हादसे के बाद रात भर रेस्क्यू कार्य चलता रहा। हादसे में एक एक मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई है। वहीं तीन अन्य मजदूर मलबे में लापता है। जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू कार्य रात भर चलता रहा। मुंगेली जिले के कलेक्टर राहुल देव और एसपी भोजराम पटेल रातभर रेस्क्यू स्थल पर डटे रहे। मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ भी पहुंचकर रेस्क्यू अभियान में जुटी है। साथ ही हैवी क्रेन भी भिलाई स्टील प्लांट से मंगाया गया है। मौके पर तीन मजदूरों के दबे होने की आशंका है। जो कंटेनर गिरा उसमें गर्म राखड़ भरा हुआ था। राखड़ मजदूरों के ऊपर भराभर कर गिर गया। गर्म राखड़ के खड़ा एक मजदूर मनोज कुमार धृतलहरें गंभीर रूप से झुलस गया था। जिसे इलाज के लिए बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। वही तीन अन्य मजदूरों के राखड़ से भरे कंटेनर के नीचे दबे होने की आशंका है।