acn18.com कोरबा/ कोरबा जिले में अभी भी ऐसे कई गांव है,जो बुनियादी सुविधाओं की मार झेल रहे है। करतला विकासखंड के ग्राम पंचायत साजापानी का आश्रित गांव भांवरखोल खम्हारपारा की हानी भी कुछ ऐसी है,जो जहां पहुंच मार्ग नहीं होने के कारण लोगों को आने-जाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। स्कूल भवन का छत टूटा होने के कारण रसोई घर में स्कूल का संचालन किया जा रहा है। प्रशासन से समस्या समाधान के लिए कई बार पत्राचार किया गया बावजूद इसके स्थिती जस की तस बनी हुई है।
विकास को तरसता यह गांव ग्राम पंचायत साजापानी का आश्रित ग्राम भांवरखोल खम्हार पारा है जहां के लोग बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे है। मुख्य सड़क से पहुंच मार्ग नहीं होने के कारण गांव में विकास की रौशनी अब तक नहीं पहुंच सकी है। मुख्य मार्ग से गांव तक पहुंचने का मार्ग बेहद खराब है। सात सौ मीटर की सड़क बरसात के कारण पूरी तरह से बदहाल हो गई है। लोगों का कहना है,कि आपात स्थिती में उन्हें काफी दिक्कतें होती है। बरसात के मौसम में किसी की सेहत बिगड़ गई तो खाट के सहारे उन्हें मुख्य मार्ग तक आना पड़ता है जहां से मरीज को अस्पताल पहुंचाया जाता है।
पहुंच मार्ग नहीं होने के कारण गांव तक विकास नहीं पहुंच सका है। वहीं शासकीय स्कूल की हालत भी बेहद खराब है। स्कूल का छत टूट गया है मजबूरी में छात्रों को वैकल्पिक व्यवस्था कर रसाई घर में बैठकार पढ़ाई करवानी पड़ रही है। स्कूल में छात्रों की संख्या 25 है,जो अभाव के बीच पढ़ने को मजबूर है।
गांव के जनप्रतिनिधीयों ने सात सौ मीटर की कच्ची सड़क को पक्की सड़क बनवाने के लिए कई बार प्रशासन को पत्र लिख चुके हैं लेकिन सिवाए आश्वासन के उन्हें कुछ नहीं मिला। ग्रामीण चाहते हैं,कि प्रशासन उनकी समस्या सुनकर उसका समाधान करे ताकी विपरित परिस्थितियों में उन्हें दिक्कतों का सामना ना करना पड़े।
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