Acn18.com/दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा एक बार फिर गेवरा रोड से चलने वाली रेल गाड़ियों को 22 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है। रेलवे के इस रवैया से आम यात्रियों के साथ साथ कारोबारी और ऑटो चालक खास तौर पर परेशान है। लोगों का कहना है कि रेलवे का रवैया काफी समय से ऐसा ही बना हुआ है और इसमें सुधार लाने के लिए हर स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है।
कोरबा जिले के मामले में काफी समय से रेल सुविधाओं की स्थिति दोयम दर्जे की बनी हुई है। इसके कारण हर कोई परेशान है। रेलवे का पूरा ध्यान कोरबा जिले से कोयला ढोने वाली मालगाड़ियों को आगे भेजने पर टिका हुआ है जबकि यात्री गाड़ियों को कैसे बाधित किया जाए ऐसा कोई मौका अधिकारी नहीं छोड़ते। इन सबके बीच रेलवे ने एक बार फिर 22 अगस्त तक के लिए गेवरा रोड से चलने वाली सभी पैसेंजर गाड़ियों को बंद कर दिया है जिसके कारण कोयला आंचल से लेकर कोरबा क्षेत्र के नागरिक कारोबारी और ऑटो चालक परेशान है। नागरिक बताते हैं कि रेल यात्रियों की लेट लतीफी कुल मिलाकर परेशानी बन गई है और वे लोग इसे झेलने के आदी हो गए हैं।
रेल गाड़ियों का संचालन बंद होने से बाहर से आने वाले यात्री काफी परेशान होते है। ऑटो चालकों ने अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि रेलगाड़ियों के बन्द होने से घर चलाना मुश्किल हो गया है।
रेल गाड़ियों की सुविधा और इसे लेकर जनता को हो रही परेशानियों का मुद्दा लंबे अरसे से कोरबा जिले में उपस्थित है। सबसे हैरानी की बात यह है कि पूरे मामले में अब तक कोई प्रभावी पहल नही हो सकी है। इन कारणों से समस्यओं का अंत होता नही दिख रहा है।