Acn18.com/विकासखंड कोरबा के सोनगुढा गाँव में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्था बैपटरी हो गई है। हालात ऐसे हैं कि 2 महीने से यहां पर लोगों को सरकारी राशन और मिट्टी तेल नहीं मिल सका है। इसके कारण समस्याएं बनी हुई है। लोगों ने कहा है कि दूसरे गांव पर उनकी निर्भरता तत्काल समाप्त की जानी चाहिए ताकि उन्हें राहत मिल सके।
अनुसूचित जनजाति बाहुल्य सोनगुढ़ा गाव मैं सैकड़ों की आबादी निवासरत है जो मुख्य रूप से खेती और मजदूरी पर निर्भर है। बालको लेमरू मार्ग पर स्थित इस गाँव मे बुनियादी सुविधाओं की दशा कई दशक बाद भी जस की तस है। जिला मुख्यालय और अल्युमिनियम सिटी बालको नगर से काफी नजदीक होने के बावजूद इस गांव में अब तक सामान्य सुविधा नहीं पहुंच सके हैं। इन कारणों से लोग काफी परेशानी में है। मौजूदा स्थिति में लोग सरकारी सस्ते राशन को लेकर परेशान है जिसकी सुविधा उन्हें पिछले दो महीने से नहीं मिली है। लोग कहते है उनके गाव में ही राशन का वितरण होना चाहिये।
ग्रामीण बताते है कि यह क्षेत्र कई प्रकार की चुनौतियों से जूझ रहा है। इतना सब कुछ होने के बावजूद उन्हें मिट्टी तेल के लिए तरसना पड़ रहा है।
बिल्कुल नगर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में आए दिन हाथी और भालुओं की गतिविधियों को लेकर न केवल परेशानी पेश आती है बल्कि लोगों का जीवन जोखिम से घिरा हुआ है। कई अवसर पर इस प्रकार के हालात यहां निर्मित हो चुके हैं जबकि लोगों को कई तौर तरीके अपनाकर जान बचाने पड़ी है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए भी गांव में जरूरत की सभी चीजों की आसान व्यवस्था कराने की दिशा में प्रशासन को गंभीरता दिखानी चाहिए