Acn18.comकोरबा/ ट्रांसपोर्ट नगर स्थित राजीव गांधी ऑडिटोरियम में चल रही अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग प्रक्रिया में शिक्षकों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है। शिक्षकों ने प्रक्रिया में पारदर्शिता न होने और नियमों को ताक पर रखकर काउंसलिंग किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है। बड़ी संख्या में जुटे शिक्षकों ने वर्तमान विसंगतिपूर्ण सूची को तत्काल निरस्त कर काउंसलिंग स्थगित करने की अपील की है।
कोरबा: अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग में पारदर्शिता पर सवाल, शिक्षकों ने किया विरोध, सूची निरस्त करने की मांग
आज सुबह से ही राजीव गांधी ऑडिटोरियम के बाहर शिक्षकों का जमावड़ा शुरू हो गया था। जैसे-जैसे काउंसलिंग की प्रक्रिया आगे बढ़ी, शिक्षकों का आक्रोश बढ़ता गया। प्रदर्शनकारी शिक्षकों का कहना है कि अतिशेष शिक्षकों की जो सूची जारी की गई है, वह त्रुटिपूर्ण और विसंगतिपूर्ण है। कई ऐसे शिक्षकों को अतिशेष बताया गया है जो वास्तव में इस श्रेणी में नहीं आते, जबकि कुछ ऐसे शिक्षक जिन्हें अतिशेष होना चाहिए था, उन्हें सूची से बाहर रखा गया है।
एक विरोध प्रदर्शन में शामिल शिक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “यह काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी तरह से मनमानी है। इसमें पारदर्शिता का अभाव है। हमें संदेह है कि नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है और अपनी पसंद के शिक्षकों को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा, “हम इस सूची को स्वीकार नहीं करते। इसमें सुधार किया जाना चाहिए और जब तक एक निष्पक्ष और पारदर्शी सूची तैयार नहीं हो जाती, तब तक काउंसलिंग स्थगित की जानी चाहिए।”
शिक्षकों ने मांग की है कि वर्तमान में जारी विसंगतिपूर्ण सूची को तत्काल निरस्त किया जाए और नए सिरे से नियमों के तहत एक त्रुटिरहित और पारदर्शी सूची तैयार की जाए। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जाता, तब तक वे अपना विरोध जारी रखेंगे।