Acn18.com/कोरबा, साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की मेगा माइंस कुसमुंडा से कोल इंडिया को काफी उम्मीदें हैं। विस्तार के साथ यहां पर विभिन्न कार्य कराए जा रहे हैं। इन सबके बीच शनिवार की सुबह 9 बजे कोल इंडिया चेयरमेन पीएम प्रसाद और एसईसीएल के चेयरमेन डॉ. प्रेमसागर मिश्रा सहित निदेशकों ने कुसमुंडा का दौरा किया। वे यहां लगभग एक घंटे तक रहे।
कोरबा जिले में एसईसीएल की बड़ी और लाभकारी परियोजनाएं संचालित हो रही है। इनमें गेवरा, दीपका विस्तार और कुसमुंडा के अलावा कोरबा क्षेत्र की खदानें शामिल हैं। कोयले का बड़ा भंडार उपलब्ध होने से यहां विदोहन की प्रक्रिया लगातार जारी है। कोयला उत्पादन और इसके व्यवसायिक उपयोग से कंपनी को भारी लाभ प्राप्त हो रहा है। कंपनी ने जिले की माइंस को लेकर विशेष ध्यान दिया है और इनकी सभी मांगों की पूर्ति लगातार कराई जा रही है। बारिश के मौसम में मौजूद चुनौतियों और आगे की संभावनाओं को लेकर किये जाने वाले कार्यों के अंतर्गत कोल इंडिया के चेयरमेन पीएम प्रसाद प्रथम प्रवास पर कुसमुंडा पहुंचे। एसईसीएल के सीएमडी डॉ. प्रेमसागर मिश्रा सहित अन्य अधिकारी इसके साथ यहां पर थे। अधिकारियों ने कुसमुंडा के व्यू प्वाइंट से खदानों की गतिविधियों का हालचाल जाना। एसईसीएल के अधिकारियों ने कोल इंडिया चेयरमेन को उत्पादन की स्थिति और विस्तारित कार्यों के साथ-साथ स्थानीय समस्याओं के बारे में अवगत कराया। उनकी जानकारी में वे सभी परेशानियां लाई गई हैं, जिनके कारण कुछ समय से गतिरोड बना हुआ है। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की टीम भी यहां पर उपस्थित थी। बताया गया कि लगभग एक घंटे तक खदान क्षेत्र में उपस्थिति और अधिकारियों से चर्चा के बाद चेयरमेन यहां से रवाना हुए।
निर्बाध रूप से हो कामकाज
कोल इंडिया चेयरमेन ने स्थिति का जायजा लेने के साथ आश्वस्त किया कि हर स्तर पर कुसमुंडा को सहयोग मिलेगा। उत्पादन और कोयला ट्रांसपोॢटंग इस दौर में निर्बाध रूप से होता रहे, इस पर विशेष ध्यान देने के साथ काम करने की जरूरत है।