Acn18.com/प्रतिबंधित अवधी में मछली पकड़ने वालों के खिलाफ मत्स्य विभाग द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। विभाग के कर्मचारी माॅनिटरिंग कर ऐसे लोगों के खिलाफ प्रकरण बनाकर जुर्माना लगाने की कार्रवाई कर रहे है। मछलियों के प्रजनन काल को देखते हुए 16 जून से 15 अगस्त तक मत्स्याखेट पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है बावजूद इसके कई स्थानों पर मछली पकड़ने का काम चल रहा है।
मछलियों के प्रजनन काल को देखते हुए कोरबा के मछली पालन विभाग ने मत्स्याखेट पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है बावजूद इसके कोरबा जिले के विभिन्न जल स्त्रातों में अभी भी मछली पकड़ने का काम जारी है। मछुआरे जाल के माध्यम से मछली पकड़ने में लगे हुए हैं लिहाजा ऐसे लोगों के खिलाफ विभागीय कर्मचारी कार्रवाई भी कर रहे है। सरकार के निर्देश पर 16 जून से 15 अगस्त तक मछली पकड़ने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है ताकी मछलियों का संवर्धन अच्छे से हो सके लेकिन कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए प्रशासन के नियमों को ठेंका दिखाने से बाज नहीं आ रहे है। यही वजह है,कि प्रशासन की टीम जलस्त्रोंतों की लगातार माॅनिटरिंग कर रही है और मछली पकड़ने वालों पर कार्रवाई कर रही है। विभागीय अधिकारियों ने बताया,कि प्रतिबंधित अवधी में मछली पकड़ते पकड़े जाने के दौरान जुर्म सिद्ध होने पर आरोपी के खिलाफ दस हजार का जुर्माना और एक साल की सजा तक हो सकती है। या फिर दोनों सजा का प्रावधान है।
मत्स्य विभाग ने हाल ही में बांगो ऐतमानगर में कुछ मछुआरों को मछली पकड़ने के दौरान पकड़ा था जिनके जालों को जप्त कर लिया गया था। मत्स्याखेट पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के लिए जिला स्तरीय टीम का गठन किया गया है जिनके द्वारा लगातार माॅनिटरिंग कर मछली पकड़ने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।