acn18.com /Veer Baal Diwas 2023: वीर बाल दिवस सिक्ख धर्म के लिए महत्वपूर्ण है. 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाया जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा ही इस दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की गई थी. सिक्ख धर्म के सम्मान में इस दिन को मनाए जाने की परंपरा की शुरुआत की गई है.
वीर बाल दिवस
सिक्खों के दसवें गुरू गुरू गोबिन्द सिंह के पुत्रों की शहादत के सम्मान में इस दिन को मनाया जाता है. गुरु गोबिन्द सिंह ने 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी. जिसका काम लोगों को मुगलों के उत्पीड़न से बचाया था. आनंदपुर साहिब में ही उनका किला था. मुगलों ने कई बार इन्हें यहां से निकालने का प्रयास किया पर असफल रहें. फिर बाद में मुगलों के समझौता हुआ कि अगर आनंदपुर छोड़ देंगे तो युद्ध नहीं होगा. लेकिन गुरु गोबिंद सिंह और उनके अनुयायियों पर सरसा नदी के पास हमला कर दिया गया.
गुरु गोबिन्द सिंह जी के 4 पुत्र अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह थे. ये चारों ही खालसा का हिस्सा थे. 26 दिसंबर के दिन ही जोरावर सिंह और फतेह सिंह, इसी हमले में शहीद हुए थे और बाकी परिवार वालों से अलग हो गए. उनकी शहादत को याद करने के लिए ही ये दिन मनाया जाता है. गुरु गोबिन्द सिंह जी चारों पुत्रों को 19 वर्ष की आयु से पहले ही मुगल सेना द्वारा मार डाला गया था.