acn18.com दुर्ग / दुर्ग शहर में आपसी विवाद के चलते एक युवक की हत्या कर दी गई। एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल है। जिस समय यह हत्या हुई डायल 112 की टीम 100 मीटर दूर पर तमाशबीन बनी खड़ी थी। उनकी आंखों के सामने आरोपी हत्या की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। बाद में मौके पर पहुंची दुर्ग कोतवाली पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
टीआई एसएन सिंह ने बताया कि वार्ड-47 रायपुर नाका दुर्गा मंदिर निवासी विनोद नायक (24) पिता हृदय लाल अपने साथी शंकर पारा निवासी भानू तांडी और यशवंत देशमुख के साथ शनिवार शाम घर से निकला था। तीनों गंजपारा पहुंचे और एक जगह पर बैठकर आपस में बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान मिलपारा वार्ड 38 निवासी देवेंद्र ठाकुर अपने साथी रमेश कुमार वर्मा, दीपेश यादव और गणेश साहू के साथ पहुंच गया।
इससे पहले की विनोद व उसके साथी कुछ समझ पाते आरोपियों ने लाठी डंडे से उन्हें पीटना शुरू कर दिया। भानू और यशवंत ने बीच बचाव किया तो उन्हें भी बुरी तरह मारा। इससे भानू गंभीर रूप से घायल हो गया। यशवंत को मामूली चोटें आई है। विनोद के सिर में गहरी चोट आने व अधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई। उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डायल-112 की टीम को लेकर होगी जांच
हत्या के दौरान 100 मीटर की दूरी पर डायल 112 की गाड़ी खड़ी थी, लेकिन किसी ने भी रोकने का प्रयास नहीं किया। अब दुर्ग सीएसपी अभिषेक झा का कहना है कि उन्हें दूसरों से ऐसी जानकारी मिल रही है कि मौके पर 112 की टीम थी। उसकी जांच की जाएगी। लोकेशन ट्रेस किया जाएगा कि उस समय वहां कौन सी टीम थी। उसने रिस्पॉन्स क्यों नहीं किया। यदि उनकी गलती पाई जाएगी तो कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।
टाइल्स मिस्त्री था विनोद
मृतक विनोद टाइल्स लगाने वाला मिस्त्री था। वह चार भाइयों में मंझला था। उसके मरने की सूचना मिलते ही घर में चींख पुकार शुरू हो गई। सभी घर वाले कोतवाली थाने पहुंचे और विनोद को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने कोतवाली पुलिस को जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करके सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुराने विवाद को लेकर की गई हत्या
हत्या का मामला दर्ज कर कोतवाली दुर्ग पुलिस संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि कुछ दिन पहले राजनांदगांव में विनोद का आरोपियों के साथ विवाद हुआ था। उसके बाद वह लोग उससे रंजिश रखे हुए थे। शनिवार रात दोनों पक्ष एक दूसरे को दम दिखाने गंजपारा पहुंचे थे।