Acn18.com/रायपुर में बीजेपी युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष मनीष साहू का रुपए की वसूली को लेकर अपहरण हो गया। बदमाशों ने एक फार्म हाउस में ले जाकर उसे जमकर पीटा। गन दिखाई, पिस्टल के पिछले हिस्से से भी पिटाई की। अपहरण कांड और मारपीट करने वाले बदमाश हर्षवर्धन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मामला रायपुर के टिकरापारा थाना इलाके का है। पुलिस के पास मामला पहुंचते ही थाने में हाई प्रोफाइल ड्रामा हुआ। कई नामचीन लोग इस प्रकरण काे दबाने का प्रयास करते रहे। मामले का आरोपी हर्षवर्धन शहर की समाजसेवी का ममता शर्मा का बेटा है। इससे पहले भी आपराधिक मामलों में गिरफ्तार हो चुका है।
जिस भाजपा नेता का हर्षवर्धन ने अपरहण किया उसका नाम मनीष साहू है। मनीष सिविल लाइन भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष है। आरोपी हर्षवर्धन और मनीष के बीच पुरानी जान-पहचान थी, मनीष ने पुलिस से की गई शिकायत में बताया है कि 13 जुलाई की रात 12:30 बजे चाय पीने के बहाने हर्षवर्धन ने उसे बुलाया था, फिर वारदात को अंजाम दिया।
मनीष ने दैनिक भास्कर को बताया कि गाड़ी में बैठाने के बाद हर्षवर्धन ने उसे 9mm पिस्टल दिखाई । धौंस जमाने का प्रयास किया इसके बाद अनुपम नगर के फार्म हाउस ले जाकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। फार्म हाउस में पहले से ही हर्षवर्धन के कुछ साथी थे। मनीष का दावा है कि बंदूक के पिछले हिस्से से भी उसे मारा गया। उसे सुबह 6:00 बजे तक किडनैप करके रखा गया। बार-बार उसे पीटते रहे और 5 लाख रुपयों की डिमांड करते रहे।
कार से कूदकर भागा
भाजपा नेता ने कहा कि हर्षवर्धन और उसके साथी इसके बाद उसे पचपेड़ी नाका और भाटा गांव इलाके में कार में बैठाकर उसे घुमाते रहे और रुपयों की डिमांड करते रहे। मनीष जैसे-तैसे कार से कूद कर अपनी जान बचाते हुए भागा। मनीष के गाड़ी से कूदने के बाद हर्षवर्धन भाग गया था। मनीष थाने पहुंचा ताे कई घंटों बाद गुरुवार की देर शाम हर्षवर्धन को पकड़ा गया।
मनीष को चेहरे, हाथ और गाड़ी से कूदने की वजह से घुटने में भी चोट आई, कपड़े भी फट गए और वह भाग कर थाने पहुंचा। मगर थाने में हंगामा खड़ा हो गया था, हर्षवर्धन की मां समाजसेवी ममता शर्मा भी थाने पहुंचने की खबर है। पुलिस भी काफी देर तक रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी करती रही, भारतीय जनता युवा मोर्चा के दर्जनों कार्यकर्ता थाने पहुंच गए हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया और गिरफ्तारी की।
भाजपा नेता मनीष ने बताया, राजनीतिक विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ दिन जेल में था, यहीं उसे हर्षवर्धन मिला था। यहीं जान पहचान की वजह से वो कभी कभी हर्षवर्धन से मिला करता था। मनीष ने कहा कि मुझे किडनैप करके इनका प्लान रुपए उगाही करने का था , मेरी जान को खतरा था।
सट्टे का हो सकता है विवाद
फिलहाल इस पूरे प्रकरण में जांच जारी है। अब तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि भाजपा नेता का आखिर अपहरण हुआ क्यों, और 5 लाख की डिमांड क्यों की गई। सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा नेता और हर्षवर्धन के बीच सट्टे के रुपयों का लेनदेन था । इसी वजह से दोनों के बीच विवाद हुआ होगा फिलहाल इस मामले में जल्द ही पुलिस खुलासे कर सकती है।