acn18.com रायपुर । छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश से किसान चिंतित होते जा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से राज्य में चल रही लगातार ठंडी हवाओं के चक्रवाती प्रभाव के कारण पूरे क्षेत्र में बादल छाए हुए हैं, और किसानों की चिंताएँ बढ़ गई हैं कि बारिश के कारण उन फसलों को बर्बाद कर दिया जाएगा जिन्हें उन्होंने साल भर बचाने के लिए कड़ी मेहनत की थी। बारिश से किसानों के लिए फसल काटना और धान का भंडारण करना अधिक कठिन हो जाएगा, लेकिन इससे सब्जियों की फसलों पर कीटों के हमले की संभावना भी बढ़ जाएगी।
खेतों के गीले होने से किसानों की परेशानी बढ़ी:
बेमौसम बारिश ने राज्य के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. खेतों के गीले होने से किसानों की परेशानी और बढ़ गई है। खलिहानों और खेतों में लगी धान की फसल को भी नुकसान हुआ है. सब्जियों की फसलें, तिलहन और दालें सभी को काफी नुकसान हुआ है। ठंड से लोगों की हड्डियां कांप रही हैं। सर्दियों की बारिश किसानों के लिए कई परेशानियां खड़ी कर रही है।
चक्रवाती तूफान मिचॉन्ग का कहर:
मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती तूफान “मिचॉन्ग” के कारण राज्य के दुर्ग, बिलासपुर, बस्तर और रायपुर संभाग में हल्की बारिश हुई। बेमौसम बारिश से तापमान में गिरावट आई है. मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के पेंड्रारोड में सबसे कम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उन्होंने कहा कि बुधवार को जहां राज्य के कुछ इलाकों में भारी बारिश, आंधी और तेज हवाएं चल सकती हैं, वहीं राज्य के कई अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.