जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार सुबह 10 बजे अपनी पहली लिस्ट जारी की थी। पार्टी ने दो घंटे के अंदर ही अपने सोशल मीडिया हैंडल X से लिस्ट डिलीट कर दी। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, पार्टी बदलाव के बाद नई लिस्ट जारी करेगी।
इससे पहले इस लिस्ट में 3 फेज के 44 प्रत्याशियों के नाम थे। किश्तवाड़ से शगुन परिहार को टिकट दिया गया थ। इस लिस्ट में वे इकलौती महिला प्रत्याशी थीं।
जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों के लिए 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 3 चरणों में मतदान होंगे। नतीजे 4 अक्टूबर 2024 को आएंगे। जीत के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाए जाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है।
25 अगस्त को जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए दिल्ली में भाजपा चुनाव समिति की बैठक हुई थी। मीटिंग में पीएम मोदी, गृह मंत्री शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और जितेंद्र सिंह ने कैंडिडेट्स के नामों पर चर्चा की थी।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई को टिकट
भाजपा ने डॉ. देवेंदर सिंह राणा को नागरोटा से टिकट दिया है। वे केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के भाई हैं और नेशनल कांफ्रेंस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे।राणा का नाम इसलिए अहम है, क्योंकि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को लालकिले से कहा था- ‘राजनीति में फ्रेश ब्लड जरूरी है। एक लाख युवाओं को राजनीति में लाना है। ऐसे युवा जिनके परिवार का राजनीति बैकग्राउंड ना हो।’
भाजपा 70 सीटों पर लड़ेगी, 20 पर निर्दलियों को समर्थन संभव
भाजपा ने चुनाव में जीत के लिए जम्मू के अलावा कश्मीर में भी मुस्लिम उम्मीदवारों पर दांव लगाया है। यह पहला मौका है, जब पार्टी ने पहली लिस्ट में मुस्लिम दावेदारों को टिकट दिया है। कश्मीर घाटी के विधानसभा सीट राजपोरा से अर्शीद भट्ट, अनंतनाग पश्चिम से रफीक वाणी और बनिहाल से सलीम भट्ट भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा जम्मू-कश्मीर की कुल 90 में से 70 विधानसभा सीटों पर कैंडिडेट उतारेगी, जबकि कश्मीर की 20 सीटों पर निर्दलियों को समर्थन देगी।