कुछ दिनों पहले शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) मनाया गया और सभी शिष्यों ने अपने गुरुओं को बधाई दी. एक शिक्षक (teacher) का अपने छात्र के जीवन में एक अलग स्थान होता है, लेकिन कुछ शिक्षक ऐसे भी होते हैं, जिन्हें भक्षक बनने में देर नहीं लगती. वे अपने गुरु की गरिमा को कलंकित करके ऐसे काम करते हैं, जिससे इस समाज को बदनामी के अलावा कुछ नहीं मिलता. ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के मुंबई से सटे नवी मुंबई से सामने आया है, जहां शिक्षिका (teacher) ने अपने छात्र के साथ ऐसा व्यवहार किया कि कोई भी रूह कांप जाए.
नवी मुंबई के पड़ोसी शहर मुंबई के खारघर इलाके में एक शिक्षिका ने पहले 3 साल की बच्ची को होमवर्क पूरा न करने पर बेरहमी से पीटा, फिर लोहे का गर्म तवा दाग दिया. बच्ची के शरीर पर जलने के निशान की जांच में पता चला कि साढ़े तीन साल की बच्ची को शिक्षिका ने गुस्से में गर्म तवे से दागा है.
इस मामले में शिक्षिका के खिलाफ बाल शोषण की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है. हालांकि, उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. आरोपी खारघर की रहने वाली महिला है जो मकरंद विहार, घारकुल सोसाइटी सेक्टर 15 खारघर क्षेत्र में ट्यूशन क्लास लेती है. अजीनाथ बावरे की साढ़े तीन साल की बेटी भी उसी ट्यूशन क्लास में पढ़ती है.
8 तारीख को हमेशा की तरह उसके माता-पिता ने उसे शाम 4 बजे कक्षा में छोड़ दिया और रात 8 बजे कक्षा से अपनी लड़की को घर वापस ले आए. जब वह वापस आई तो उसके गालों और हाथों पर जलने के निशान देखे. पीड़िता बोल नहीं पा रही थी. हालांकि मामला देर रात सामने आया और यह साफ हो गया कि उसकी हत्या गर्म तवे से की गई है. परिजनों ने उसका इलाज कर सोमवार देर रात महिला शिक्षिका के खिलाफ मामला दर्ज कराया.