प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और उनके परिवार की 6 करोड़ 2 लाख रुपए की संपत्ति अटैच की है। इसमें गाजियाबाद और बिहार की सभी संपत्ति शामिल हैं। ED ने IRCTC घोटाले में ये कार्रवाई की है।
इस मामले में लालू यादव उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी और बेटियां मीसा, हेमा से पहले ही पूछताछ की जा चुकी है। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 7 अगस्त को होगी।
क्या है IRCTC घोटाला
IRCTC (भारतीय रेल पर्यटन एवं खानपान निगम) टेंडर घोटाले में RJD सुप्रीमो लालू यादव फंसे हुए हैं। लालू पर आरोप है कि उन्होंने 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहते हुए एक निजी कंपनी को अवैध तरीके से भुवनेश्वर और रांची में दो होटलों को चलाने का ठेका दे दिया।
इसके बदले में उन्हें पटना के सगुना मोड़ के एरिया में इस कंपनी ने 3 एकड़ जमीन दी थी। जमीन राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के मालिकाना हक वाली लारा प्रोजेक्ट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड को बेच दी गई।
आरोप यह भी कि रेलवे के होटलों को लीज पर देने के बदले में डिलाइट कंपनी को जमीन दी गई। बाद में उस कंपनी से लारा कंपनी ने कम कीमत में जमीन खरीदी। पूरे मामले की जांच सीबीआई कर रही है।
लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहे, IRCTC टेंडर घोटाला इसी दौरान हुआ था।
लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहे, IRCTC टेंडर घोटाला इसी दौरान हुआ था।
इस मामले में CBI ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, आरजेडी नेता प्रेम गुप्ता, सरला गुप्ता और रेलवे के दो अफसर केके गोयल, राकेश सक्सेना को आरोपी बनाया था।
इन सभी को दो साल पहले जमानत मिली थी। IRCTC टेंडर घोटाला मामले में तेजस्वी समेत अन्य आरोपियों पर IPC की धारा 420, 120बी और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की अलग-अलग धाराओं में चार्जशीट दाखिल है।